जयपुर.राजधानी के अल्बर्ट हॉल में प्रदेशभर में बाल श्रम और मानव तस्करी के खिलाफ जन-जागरण अभियान की शुरुआत हुई है. साथ ही कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन और राजस्थान पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में DGP भूपेंद्र सिंह यादव ने हरी झंडी दिखाकर बाल श्रम और मानव तस्करी के खिलाफ मुक्ति कारवां को रवाना किया.
बाल शोषण के खिलाफ 'मुक्ति कारवां' का आगाज इस मौके पर DGP क्राइम बीएल सोनी, एडीजी सिविल लाइट्स ह्यूमन ट्रैफिकिंग रवि प्रकाश, एडीजी कॉर्मिक राजीव शर्मा और जयपुर के एडिशनल कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. और साथ ही इस मौके पर डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि,बाल श्रम और मानव तस्करी एक बड़ी समस्या है. इससे निपटने के लिए पुलिस और अन्य विभाग काम कर रहे हैं.
पढ़ें:बौद्ध महोत्सव के दूसरे दिन बिहार गौरव गान और भारतनाट्यम ने जीता दर्शकों का दिल, आज पलक मुच्छल करेंगी परफॉर्म
वहीं आगे भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के जिन संवेदनशील क्षेत्रों में मुक्ति कारवां जाएगा. वहां संबंधित जिला पुलिस की मानव तस्करी विरोधी यूनिट के पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगे. यह पुलिसकर्मी लोगों और बच्चों को उसके बारे में जानकारी देंगे. वहीं मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों की वापसी पर DGP ने कहा कि, कई बार ऐसी जानकारी सामने आती है. ऐसे में संबंधित इलाकों के पुलिस और प्रशासन से संपर्क कर बाल श्रम रोकने और उनके पुनर्वास के प्रयास किए जाएंगे.
यह भी पढ़ें: खो नागोरियान की कॉलोनियों के लिए जल कनेक्शन लेने की तारीख बढ़ी, अब 7 फरवरी तक लगेगा शिविर
बता दें कि मुक्ति कारवां आगले 3 माह में प्रदेश भर का दौरा कर बाल अधिकारों के बारे में जनचेतना जागृत करेगा. वहीं बचपन बचाओ आंदोलन,बाल आश्रम,श्रीआसरा विकास संस्थान और गायत्री सेवा संस्थान भी इस अभियान में सहयोग कर रहे हैं. मुक्ति कारवां के जरिए प्रदेश में बाल मजदूरी,बाल दुर्व्यवहार और बाल शोषण के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी जाएगी.