जयपुर. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे पर जुबानी हमले कर रहे हैं. एक दिन पहले सीएम गहलोत की ओर से दिए गए बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने पलटवार किया है. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने जो अपराधिक आंकड़े बताए, वो पूरी तरह से गलत हैं. सीएम गहलोत प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम रहे और अब झूठे आंकड़ों के पीछे छिपने की कोशिश कर रहे हैं. पोस्टरों से चुनाव नहीं जीते जाते हैं. हिम्मत है तो पीड़ित बेटियों की आंखों में आंखें डालकर कहें कि आंकड़े झूठे हैं.
'खाकी' पीठ थपथपा रहे :राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान टॉप पर है, लेकिन पुलिस आंकड़ों का मायाजाल कर अपराधों को कम बता रही है. मुख्यमंत्री गहलोत पुलिस हेडक्वार्टर में पुलिस अधिकारियों की पीठ थपथपा रहे थे, उसी समय बदमाशों ने धौलपुर में थानेदार का अपहरण कर लिया और बांसवाड़ा में युवक को पीट-पीटकर हत्या कर दी. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में गहलोत सरकार में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, क्योंकि सरकार का इन अपरधियों को संरक्षण है.
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जोधपुर और जयपुर तक सिमट गए सीएम : राठौड़ ने आरोप लगाया कि साढ़े 4 साल में से 3 साल सीएम गहलोत अपनी सुरक्षा के दायरे से बाहर नहीं निकले. कभी कोरोना, बीमारी तो कभी बाड़ाबंदी के नाम पर सुरक्षा के घेरे में रहे. पार्टी के विधायकों को ही सीएम बना दिया, खुद मुख्यमंत्री का दायरा सिमट गया. सीएम अपनी विधानसभा क्षेत्र जोधपुर और जयपुर तक सिमट कर रह गए. मुख्यमंत्री को फुर्सत ही नहीं मिली कि वो दुष्कर्म और अपराध पीड़िताओं के घर जाकर उनकी सुध ले सकें.