जयपुर. केंद्र सरकार स्मार्ट सिटी मिशन समेटने की ओर है. जून 2023 डेडलाइन तय की गई है. ऐसे में नए कामों पर रोक लग चुकी है. इस मिशन के चलते जयपुर का नाम के साथ स्मार्ट सिटी का नाम तो जुड़ गया, लेकिन हालत नहीं सुधर पाए हैं. पैसा तो स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर बहाया जा रहा है, लेकिन स्मार्टनेस देखने के लिए आंखे जगह तलाश रही हैं. शुक्रवार को जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा और स्मार्ट सिटी की टीम ने परकोटे का दौरा (MP Jaipur City Ramcharan Bohra visited walled city) किया. जिसमें गंदगी और खामियां ही देखने को मिली. बोहरा ने जयपुर स्मार्ट सिटी बिगड़े हालात का कारण प्लानिंग, डीपीआर में बदलाव और नेताओं के हस्तक्षेप को बताया.
राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एक हजार करोड़ रुपए से 133 प्रोजेक्ट तैयार होने थे. यहां स्मार्ट सिटी बनाने का काम 7 सालों से चल रहा है. लेकिन शहर स्मार्ट नहीं हो पाया. आलम ये है कि यहां जगह-जगह गंदगी के ढेर, चारदीवारी पर फसाड़ की उतरती परतें, स्मार्ट रोड की दुर्दशा, दीवारों पर चढ़े बधाइयों के होर्डिंग-बैनर्स से शहर अटा पड़ा है. वहीं सिटी के विभिन्न प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार से शहरवासियों के लिए मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है. हालत ये है कि 790 करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी ना तो शहर की सूरत बदली और ना ही शहर स्मार्ट हो पाया है.
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जयपुर में पिछले 7 साल से स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चल रहे प्रोजेक्ट्स की ग्राउण्ड स्थिति देखने शुक्रवार को जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने चारदीवारी का दौरा किया. चारदीवारी में एंट्री करने से पहले ही उन्हें गंदगी और कई खामियां दिखीं. जिस पर सांसद ने अधिकारियों को लताड़ लगाई. उन्होंने अजमेरी गेट के एंट्री पॉइंट पर खराब पड़े फाउंटेन और वहां पड़ी गंदगी को देखकर नगर निगम हेरिटेज और स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों से पूछा आखिर ये सब क्या है? अगर एंट्री ही इतनी खराब है तो अंदर जाने वाले पर्यटक के मन में स्मार्ट सिटी को लेकर कैसी धारणा बनेगी. उन्होंने अधिकारियों को 15 दिन का समय देते हुए व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए और कहा कि वे दोबारा फिर दौरा करेंगे.
अजमेरी गेट पर वसुंधरा सरकार के समय ब्यूटिफिकेशन का काम किया गया था और पूर्व मुख्यमंत्री ने ही इसका लोकार्पण किया था. लेकिन अब यहां लगे फाउंटेन बंद पड़े हैं और यहां गंदगी के ढेर लगे हैं. अजमेरी गेट पर स्थानीय पार्षद के होर्डिंग सजे थे, जिन्हें तुरंत हटाने के निर्देश दिए. अजमेरी गेट से एंट्री के बाद जब किशनपोल बाजार में सांसद पहुंचे तो वहां बनाई स्मार्ट रोड की स्थिति खराब दिखी. साइकिल और रिक्शा चालकों के लिए बनाए ट्रैक पर सामान्य गाड़ियों की पार्किंग नजर आई.
लोगों के चलने के लिए बनाए कोबल स्टॉन के पाथ-वे भी जगह-जगह टूटे नजर आए और उन पर अतिक्रमण मिला. हेरिटेज वॉक वी में स्ट्रीट लाइट के सिर्फ पोल नजर आए, लाइट नहीं थी. रोड से कनेक्ट अंदरूनी गलियों में कुछ जगह ओपन कचरा डिपो देखकर भी सांसद ने नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाई. बोहरा ने कहा कि काम की गुणवत्ता, सफाई व्यवस्था, जगह-जगह अतिक्रमण की रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजेंगे.