जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को बेस्ट विधायक के तौर पर अमीन खान और अनिता भदेल को सम्मानित किया गया. इस दौरान राज्यपाल बनने के बाद पहली बार राजस्थान पहुंचे असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को भी सम्मान किया गया. वहीं, निर्दलीय विधायक व सीपीए के सेक्रेटरी संयम लोढ़ा ने मंत्रियों और बड़े नेताओं के सामाजिक कार्यक्रमों में जाकर समाज को पार्टी से बड़ा बताने पर आपत्ति जताई.
लोढ़ा ने कहा कि बीते दिनों प्रदेश की राजधानी में कई ऐसे कार्यक्रम हुए जिसमें राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्ष, संविधान की शपथ लेने वाले मंत्री, उन सम्मेलनों में जाकर जाति की बात करते नजर आए. साथ ही उन नेताओं ने जातियों को बढ़ावा देने की बातें कहीं. लोढ़ा ने कहा कि उन सामाजिक कार्यक्रमों में ये नेता यह कहते नजर आए कि पार्टी से बड़ी जाति है. लेकिन उनका ये बयान लोकतंत्र को कमजोर करने वाला था.
निर्दलीय विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री भी यहां बैठे हैं, भाजपा के अध्यक्ष भी यहां बैठे हैं. ऐसे में वो इन सभी से यही कहना चाहते हैं कि सभी सियासी पार्टियों को अपने लोगों पर कठोरता से नियंत्रण करना चाहिए. हमारा लक्ष्य जाति विहीन समाज की स्थापना करना है और इस तरीके से संविधान की शपथ लेने वाले मंत्री, विधायक अगर सार्वजनिक तौर पर जाति की बात करेंगे तो इससे प्रजातंत्र कमजोर होगा.