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राजकीय कार्यों और परिपत्रों में हिंदी के शत-प्रतिशत क्रियान्वय की अभी भी आवश्यकता : मंत्री सुभाष गर्ग

हिंदी दिवस पर राजधानी जयपुर में भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की ओर से इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया. जहां मंत्री सुभाष गर्ग ने राजकीय कार्यों में हिन्दी की आवश्यकता पर जोर दिया.

Minister Subhash Garg news, हिन्दी दिवस न्यूज

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Published : Sep 14, 2019, 9:39 PM IST

जयपुर. हिंदी दिवस पर राजधानी जयपुर में भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की ओर से इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया. समारोह के मुख्य अतिथि, भाषा एवं पुस्तकालय राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग सहित विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे.

कार्यक्रम राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षा में हिंदी विषय में शत-प्रतिशत अंक लाने वाले 221 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया. वहीं विभाग द्वारा प्रकाशित पत्रिका 'भाषा परिचय' के हिंदी दिवस विशेषांक का विमोचन भी किया गया.

राजकीय कार्यों और परिपत्रों में सौ फीसदी हिन्दी का क्रियान्वय हो

विभाग द्वारा हिंदी सेवा पुरस्कार हिंदी साहित्य विधा में ईश मधु तलवार को उनके कहानी 'संग्रह लाल बजरी' की सड़क के लिए दिया गया. तकनीकी विधा में यह पुरस्कार कृष्ण कुमार यादव एवं डॉ राजेश यादव को संयुक्त रूप से लिखी गई. उनकी पुस्तक 'राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एवं प्रबंधन' पर दिया गया.

भाषा एवं पुस्तकालय राजेन्द्र यादव ने बताया कि लोगों को हिंदी भाषा बोलने में हिचकिचाना नहीं चाहिए बल्कि गर्व से हिंदी बोलनी चाहिए. क्योंकि विदेश में भी उनकी भाषा को वहां के लोग गर्व से बोलते है. सरकार प्रयास कर रही है पुस्तकालयों में हिंदी साहित्य की पुस्तकों को रखा जाए. पुस्तकालयों में विद्यार्थियों को पढ़ाई का माहौल मिले.

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इसके लिए जिला स्तर पर 48 लाइब्रेरी पर हॉल का निर्माण किया जाएगा. साथ ही ब्लॉक स्तर पर 50 नवीन वातानुकूलित वाचनालय भवन बनाए जाएंगे. जिनमें प्रत्येक में 250 विद्यार्थी बैठकर अध्ययन कर सकेंगे. तकनीकी संस्कृत राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि हिंदी ही वह भाषा है जिसके माध्यम से आज हम इस मुकाम तक पहुंचे है.

गर्ग ने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा कि संविधान में संशोधन करके हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में घोषित किया जाए. तकनीकी सूचना क्रांति ने आज हिंदी के विकास में महती योगदान दिया है. राजकीय कार्यों में और परिपत्रों में हिंदी में शत-प्रतिशत क्रिया वन की अभी भी आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तकालयों को 14 से 15 घंटे खोला जाए ताकि विद्यार्थी अध्ययन कर सके. गर्ग ने कहा कि तकनीकी शिक्षा में पुस्तकालय बढ़ाने के निर्देश दे दिए है.

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