जयपुर.राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने अपने ही सरकार के सामने तीन मांगे रख 15 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है, तो वही अब गहलोत कैंप भी सक्रिय हो गया है. गहलोत कैंप के नेताओं ने भी पायलट पर जुबानी हमले शुरू कर दिए हैं. कभी पायलट के सबसे करीबी रहे विधायक चेतन डूडी ने सचिन पायलट की मांगों को जनता को बरगलाने वाला बताते हुए सवाल भी खड़े किए हैं. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट को दोस्त बताते हुए दोनो की दोस्ती का समय मानेसर जाने वाला बताया है. वहीं पायलट की सभा में विधायक मुकेश भाकर ने जिन मंत्री सुभाष गर्ग को मुख्यमंत्री का करीबी होने के चलते पेपर लीक मामले में कार्रवाई नहीं होने के आरोप लगाए, उन डॉ सुभाष गर्ग ने भी ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश में सरकार रिपीट न हो इस बात की सुपारी किसने ली है, क्या यह बात आलाकमान जानता है या नहीं?
मंत्री सुभाष गर्ग का ट्वीट चेतन डूडी बोले पायलट ओर गजेंद्र सिंह की दोस्ती मानेसर के समय की :कभी पायलट के करीबी रहे और 2020 में मानेसर वाली घटना में चेतन डूडी पायलट के साथ थे, लेकिन एन वक्त पर वह वापस लौट आए और गहलोत कई बार यह भी कह चुके हैं कि चेतन डूडी, दानिश अबरार और रोहित बोहरा अगर समय पर उन्हें आगाह नहीं करते तो शायद सरकार नहीं बचती. अब पायलट से दूर हो चुके चेतन डूडी ने एक के बाद एक 5 ट्वीट किए और लिखा कि आज सचिन पायलट ने जिन मुद्दों को उठाया वह अप्रयोगिक एवं समझ से परे है. क्या आपको पता नहीं कि आरपीएससी स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है, जो कभी भंग नहीं की जा सकती. आरपीएससी सदस्य का इस्तीफा भी राज्यपाल द्वारा मंजूर किया जाता है,आप युवाओं को भ्रमित क्यों कर रहे हैं? पेपर लीक पर मुआवजा देने की मांग सिर्फ झूठी वाहवाही के लिए है, क्योंकि ऐसा किसी राज्य में नहीं होता. आज तक इतिहास में किसी नेता ने ऐसी मांग नहीं की.
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डूडी ने कहा कि जितनी कड़ी कार्रवाइयां पेपर लीक पर राजस्थान में हुई, वो दूसरे राज्य में नहीं हुई. राजस्थान में पेपर लीक पर 150 से ज्यादा लोगों को जेल में डाला गया, पेपर लीक पर विशेष कानून और एसटीएफ बनाई गई. यहां प्रतियोगी परीक्षा न हो पाने पर एग्जाम फीस वापस हुई है, एवं अब सरकारी भर्तियों में वन टाइम रजिस्ट्रेशन लागू किया गया है. जिसके बाद परीक्षाओं की कोई फीस नहीं ली जाएगी. उन्होंने ट्वीट कर पायलट से पूछा कि पायलट बताएं कि वसुंधरा सरकार की कौन से मामले अभी पेंडिंग है? जिनकी वो जांच करवाना चाह रहे हैं. क्योंकि सरकार आते ही सबसे पहले हाईकोर्ट में सुप्रीम कोर्ट से इन मामलों का निस्तारण हो चुका है और सभी खाने भी निरस्त हो चुकी है. डूडी ने अंतिम ट्वीट में लिखा कि राजस्थान में सबसे बड़ा संजीवनी घोटाला है, जिसमें लाखों लोगों के घर लूट गए पर आज रैली में संजीवनी घोटाले के प्रमुख आरोपी का नाम भी नहीं लिया गया. रैली के बाद प्रमुख आरोपी ने पायलट की तारीफ में ट्वीट भी किया. यही आज की रैली की सच्चाई है क्योंकि दोस्ती तो मानेसर के समय किया है.
मंत्री सुभाष गर्ग बोले क्या आलकमान नहीं जानता सरकार रिपीट न हो, इसकी सुपारी किसने ली है :मंत्री सुभाष गर्ग ने भी ट्वीट के जरिए पायलट पर निशाना साधा और कहा कि क्या ये बात आलाकमान जानता है या नहीं? कि सरकार रिपीट न हो इस बात की सुपारी किस-किस ने ली है. प्रदेश में जो बजट में महंगाई राहत कैंप अभियान के बाद जो माहौल बना वह सुपारी लेने वालों के गले नहीं उतर रहा है. साफ तौर पर गर्ग ने पायलट पर सीधा हमला करते हुए उन्हें सरकार रिपीट न हो इसके लिए प्रयास कर रहे है.