जयपुर. गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद प्रदेश की सियासत लगातार गर्म है. लेकिन अब कांग्रेस के नेताओं ने इस मामले पर चुप्पी साधना शुरू कर दिया है. 2 दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुढ़ा के मामले पर कुछ बोलने से मना किया तो, सोमवार को गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी गुढ़ा के मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि गुढ़ा का मामला कांग्रेस संगठन देख रहा है, ऐसे में कुछ नहीं बोलूंगा. उधर गुढ़ा का बीजेपी नेताओं के साथ संपर्क में होने के आरोपों पर बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने पलटवार किया. रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, जांच करवा लें पता लग जाएगा कि कौन किसके साथ मिला हुआ है. वैसे भी कांग्रेस सरकार तो फोन टेप कराने के मामले में पहले भी आरोपों में रह चुकी है.
बीजेपी भरोसे लायक नहीं , जो करेगा वो धोखा खायेगा :प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो भी विधायक चुनकर आते हैं, उन्हें बोलने का हक है. बीजेपी विधानसभा के बाहर जितना चिल्लाती है, बड़े-बड़े आरोप लगाती है. जब विधानसभा चलती है तो उनकी आरोप हवा हो जाती है. बीजेपी महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार है. आज बीजेपी जो डायलॉगबाजी कर रही है लेकिन साढ़े चार साल बीजेपी के नेता नजर नहीं आए. आज हंगामा करके अपनी असफलताओं से ध्यान हटाना चाहते हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी भरोसे लायक नहीं है, जो भी इनके ऊपर भरोसा करेगा वो धोखा खाएगा. यह सिर्फ अपने मतलब की राजनीति करना जानते हैं. खाचरियावास ने कहा कि अब तक बीजेपी हिंदू मुस्लिम में टकराव करके वोट हासिल करती थी और मणिपुर में जाति टकराव करा दिया. बीजेपी का झूठ राजस्थान में चलने वाला नहीं है.
गुढ़ा का मामला संगठन देख रहा है, मैं नहीं बोलूंगा :प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी के पास लोगों को गुमराह करने के अलावा कोई काम नहीं है. कांग्रेस के अंदर से कोई आवाज चलती है तो उसे पकड़ने की कोशिश होती है. विधानसभा में सब को बोलने का हक है, नियम कायदे कानून के तहत बोलने का अधिकार मिला हुआ है. विधानसभा मंदिर है, समाज के दर्पण में सब की कलई खोलता है. हमारी पोल खोलता है, बीजेपी की भी कलई खोलता है. विधानसभा मंदिर है इसमें विधायक को बोलने का अधिकार है. गुढ़ा के मामले में कुछ नहीं बोलना चाहता क्योंकि उनका मामला कांग्रेस संगठन देख रहा है, इसलिए मैं उस पर कुछ नहीं बोलूंगा. लेकिन यह जरूर है कि बीजेपी वाले मणिपुर के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं.