जानिए मंत्री मुरारी ने किस पार्टी को बताया सबका बाप जयपुर. एक राजनीतिज्ञ की राजनीति हो या आम आदमी की जिंदगी दोनों में ही बाप (पिता) का काफी महत्व होता है. कांग्रेस पार्टी में इन दिनों बाप को लेकर जिस तरह की चर्चा चल रही है, उन चर्चाओं पर हर कोई मजे ले रहा है. उदयपुर में प्रदेश इलेक्शन कमिटी के सदस्य के नाते प्रभारी के तौर पर योग्य प्रत्याशियों का मंथन कर जयपुर लौटे मंत्री मुरारी लाल मीणा ने आदिवासी क्षेत्र में सक्रिय बाप (भारतीय आदिवासी पार्टी) का जिक्र करते हुए कहा कि अभी तो "बाप" ही उस क्षेत्र में सबकी बाप बनी हुई है.
मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि वैसे तो मैं अपने क्षेत्र दौसा पर ध्यान रखता हूं, दूसरों के मामले में नहीं पड़ता लेकिन पार्टी अगर योग्य उम्मीदवारों को टिकट देगी तो इस बार सत्ता वापसी हो सकती है. उन्होंने कहा कि हर प्रत्याशी यह कहता दिखाई दे रहा है कि वह तो चुनाव जीत रहा है लेकिन उस सीट पर दूसरा कोई नहीं जीत सकता. यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी लगातार योग्य उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय ट्राइबल पार्टी की आदिवासी क्षेत्रों में सक्रियता को लेकर कहा कि कौन कितनी सीट जीतती है यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन अभी तो आदिवासी क्षेत्र में बाप पार्टी ही सबकी बाप हो रही है.
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अशोक बैरवा बोले मेरे बाप (पिता) कुछ नाराज लेकिन चुनाव में मेरे साथ : राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने हर विधानसभा में योग्य उम्मीदवारों के चयन के लिए ब्लॉक स्तर पर मंथन कर नाम मंगवाए हैं, लेकिन इस मंथन में एक घटना ऐसी भी हुई जिस पर राजस्थान के सभी लोगों का ध्यान गया. वह घटना थी खंडार विधायक और पूर्व मंत्री अशोक बैरवा के पिता डालचंद बैरवा का अपने बेटे अशोक बैरवा की टिकट की खिलाफत करना. अशोक बैरवा के पिता डालचंद ने विधानसभा में टिकट मंथन के लिए गए पर्यवेक्षक से साफ कह दिया कि अगर उनके बेटे अशोक बैरवा को टिकट दिया जाएगा तो हम खुद उन्हें हरवाएंगे. ऐसे में अशोक बैरवा जब जयपुर पहुंचे तो उनसे उनके पिता को लेकर सवाल पूछा गया. इस पर अशोक बैरवा ने कहा कि परिवार में छोटी-मोटी नाराजगी चलती रहती है, मेरे पिता का मेरे छोटे भाई पर ज्यादा स्नेह है. वो मेरे छोटे भाई को सवाई माधोपुर नगर परिषद का अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन मेरे प्रयास के बावजूद वह नहीं हो सका. यही कारण है कि मेरे पिता मुझसे नाराज हैं, लेकिन वह मेरे भी पिता है. चुनाव में जब मैं मैदान में उतरूंगा तो वह मेरे ही समर्थन में खड़े दिखाई देंगे.
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