जयपुर.जयपुर ग्रेटर नगर निगम के महापौर उपचुनाव में भाजपा की ओर से रश्मि सैनी को महापौर प्रत्याशी घोषित किया गया था. लेकिन पूर्व महापौर सौम्या गुर्जर को हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद रश्मि सैनी महापौर नहीं बन पाई. रश्मि सैनी के महापौर नहीं बनने से माली समाज काफी नाराज है. राजस्थान माली महासभा ने बीजेपी पर धोखा और षड्यंत्र का आरोप लगाया (Mali Samaj allegations on BJP) है. माली महासभा का कहना है कि विवादित महापौर से पहले ही त्याग पत्र लेकर रश्मि सैनी को प्रत्याशी घोषित किया जाता, तो इस तरह का विवाद नहीं होता. जयपुर नगर निगम ग्रेटर के महापौर के उपचुनाव में माली समाज का अपमान किया गया है.
राजस्थान प्रदेश माली सैनी महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि भाजपा ने षडयंत्र पूर्वक एक तरफ पार्टी के अधिवक्ताओं को पूर्व महापौर के साथ मुकदमे बाजी में लगाए रखा और वोटिंग प्रक्रिया को देरी करने के उद्देश्य से पार्षद मतदाताओं को 12:30 बजे तक रोके रखा और कोर्ट के आदेशों का इंतजार करते रहे. माली समाज पूछना चाहता है कि जयपुर के बहुसंख्यक माली और कुमावत, जाट, यादव समेत अन्य ओबीसी जातियों को दरकिनार कर असामान्य परिस्थितियों में महापौर बनाया गया, जोकि नियुक्ति होने के बाद से ही विवादित रही हैं.
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आहत होकर माली समाज के पदाधिकारियों ने तय किया है कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व आगामी दो दिनों में महापौर चयन प्रक्रिया को सुधार ले, वरना आगामी सरदारशहर उपचुनाव में समाज एकजुट होकर कांग्रेस का समर्थन करने का एलान करेगा. संपूर्ण राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के षड्यंत्र को लेकर जन जागरण अभियान चलाया जाएगा. भाजपा को हराने के लिए मतदाताओं को एकजुट किया जाएगा.