महापौर उपचुनाव: बीजेपी की 1 और कांग्रेस से 3 कैंडिडेट्स ने भरा नामांकन
महापौर उपचुनाव में नामांकन का दौर चल रहा है. आज भाजपा के एक और कांग्रेस के तीन प्रत्याशियों ने (BJP 1 and congress 3 candidates filed nomination) नामांकन दाखिल किया है. 10 नवंबर को ग्रेटर नगर निगम को उसका नया महापौर मिलेगा.
Mayor by election
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Published : Nov 4, 2022, 5:46 PM IST
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Updated : Nov 4, 2022, 10:06 PM IST
जयपुर.ग्रेटर नगर निगम के महापौर पद (Mayor by election) पर 5 नॉमिनेशन फाइल (BJP 1 and congress 3 candidates filed nomination) हुए हैं. इनमें बीजेपी की तरफ से रश्मि सैनी ने नॉमिनेशन फाइल किया है जबकि कांग्रेस की तरफ से हेमा सिंघानिया ने दो फॉर्म भरे. इनके अलावा कांग्रेस की ही राजुला सिंह और नसरीन बानो ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया. शनिवार को सुबह 10:30 बजे इनकी स्क्रुटनी की जाएगी और इसके बाद 7 नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
10 नवंबर को ग्रेटर नगर निगम को उसका नया महापौर (Mayor by election on 10 november) मिलेगा. इससे पहले शुक्रवार को बीजेपी और कांग्रेस के महापौर प्रत्याशियों ने अपने नामांकन दाखिल किए. कांग्रेस के दो अन्य पार्षदों ने भी नामांकन दाखिल किया है.
नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी हेमा सिंघानिया ने कहा कि कांग्रेस के सभी पार्षद एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. हालांकि हेमा के साथ कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता नामांकन भरवाने के लिए नहीं पहुंचा था. फिर भी हेमा ने कांग्रेस के सभी नेताओं के उनके साथ होने की बात कही. उन्होंने कहा कि बीजेपी के भी कई पार्षद उनके संपर्क में हैं, और इस टिकट से जो नाराज हैं उनको भी मनाया जाएगा. इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे हेरिटेज निगम के पार्षद मनोज मुद्गल ने कहा कि ग्रेटर निगम में महापौर बनाने के लिए 74 का जादुई आंकड़ा पूरा होगा.
नामांकन दाखिल
राजुला और नसरीन बानो ने भी भी भरा पर्चा कांग्रेस की ही राजुला सिंह और नसरीन बानो ने भी आज नामांकन दाखिल किया है. राजुला सिंह ने बताया कि यदि उनकी पार्टी कैंडिडेट का नॉमिनेशन कैंसिल हो जाता है तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस को नुकसान न हो इसलिए उन्होंने नामांकन दाखिल किया है. कहा कि वह पार्टी के साथ हैं और डमी कैंडिडेट के तौर पर उन्होंने नामांकन दाखिल किया है. वहीं नसरीन बानो ने कहा कि कांग्रेस से किसी तरह की नाराजगी नहीं है. नामांकन दाखिल करना उनका हक है. हालांकि उन्होंने बिना नॉमिनेशन शुल्क लिए रिटर्निंग अधिकारी पर अधूरा फॉर्म जमा करने का आरोप लगाया.
बीजेपी से कैंडिडेट रश्मि सैनी ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देते हुए कहा कि पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है और एक साधारण कार्यकर्ता को आगे बढ़ने का मौका दिया है. उन्होंने सभी विधायकों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही कहा यदि वह महापौर बनीं तो ग्रेटर नगर निगम की जनता के हित में पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करेंगी. उन्होंने कहा कि पार्षद एकजुट हैं, हालांकि बीजेपी मुख्यालय पर शील धाभाई और उनकी बेटी की ओर से विरोध को लेकर रश्मि सैनी ने कहा कि शील धाभाई सीनियर लीडर हैं, उनका मार्गदर्शन पहले भी मिलता रहा है और आगे भी मिलता रहेगा. विद्याधर नगर क्षेत्र की रश्मि सैनी के नाम पर 25 में से 12 से ज्यादा पार्षदों ने नाराजगी जताई है. इसपर रश्मि सैनी ने कहा कि सभी पार्षद एकजुट होकर काम करेंगे. रश्मि सैनी का नामांकन दाखिल कराने के लिए बीजेपी विधायक नरपत सिंह राजवी, कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी, पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत, कैलाश वर्मा और बीजेपी शहर अध्यक्ष राघव शर्मा पहुंचे.
उधर, कांग्रेस की ओर से 3 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र दाखिल करने पर चुटकी लेते हुए उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि कई बीजेपी पार्षद उनके संपर्क में हैं, लेकिन हाल ये है कि कांग्रेस के संपर्क में तो उनकी पार्टी के पार्षद भी नहीं है. यही वजह है कि उनकी 3 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है. कांग्रेस पहले अपने पार्षदों को अपने संपर्क में ले लें. उन्होंने विश्वास जताया कि आज जिस तरह से कांग्रेस का बिखराव खुले तौर पर सामने आया है उससे कह सकते हैं कि बीजेपी प्रत्याशी को 100 से ज्यादा पार्षदों का साथ मिलेगा. जहां तक 7 नवंबर को हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई का सवाल है तो न्यायिक प्रक्रिया का बीजेपी सम्मान करती है. जिस अलोकतांत्रिक ढंग से बीजेपी के चुने हुए बोर्ड को राज्य सरकार ने षड्यंत्र पूर्वक बर्खास्त किया, उसका न्याय न्यायिक प्रक्रिया से ही मिलेगा. ये लड़ाई लड़ते रहेंगे. इस बीच अब जो सामने चुनाव है उसमें भी भारतीय जनता पार्टी की रश्मि सैनी जीतकर आएंगी और फिर उनके नेतृत्व में जयपुर शहर को बेहतर नगर निगम दे पाएंगे.