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परिणय सूत्र में बंधी शहीद भामू की बेटी अनु, जवानों ने की शादी में शिरकत - परिणय सूत्र में बंधी शहीद भामू की बेटी अनु

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थाना क्षेत्र के गांव तिबारिया के सांवरमल भामु की पुत्री अनु की शादी 15 मार्च को धूमधाम से हुई. अनु जोबनेर निवासी कैलाश गौरा के परिणय सूत्र में बंधी. इस दौरान प्लाटून कमांडर, प्लाटून हवलदार और स्पेशल गार्ड के जवानों ने शादी में शिरकत की. शहीद की बेटी अनु के फेरों से लेकर उसकी विदाई तक प्लाटून कमांडरों मौजूद रहे. इस दौरान मौजूद मेहमानों ने दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद दिया.

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परिणय सूत्र में बंधी शहीद भामू की बेटी अनु...

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Published : Mar 17, 2021, 11:11 AM IST

जोबनेर (जयपुर). जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थाना क्षेत्र के गांव तिबारिया के सांवरमल भामु की पुत्री अनु की शादी 15 मार्च को धूमधाम से हुई. अनु जोबनेर निवासी कैलाश गौरा के परिणय सूत्र में बंधी. इस दौरान प्लाटून कमांडर, प्लाटून हवलदार और स्पेशल गार्ड के जवानों ने शादी में शिरकत की. शहीद की बेटी अनु के फेरों से लेकर उसकी विदाई तक प्लाटून कमांडरों मौजूद रहे. इस दौरान मौजूद मेहमानों ने दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद दिया.

बता दें कि राजधानी जयपुर के सपूत और कश्मीर में तैनात हवलदार सांवरमल भामू 12 अप्रैल 2017 को आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गये थे. भामू का राजकीय सम्मान के साथ 14 अप्रैल 2017 को अंतिम संस्कार हुआ था. शहीद भामू को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पैतृक गांव टिबरिया में बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे. सांवरमल भामू के पुत्र अनिल ने अपने पिता को मुखाग्नि दी.

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शहीद सांवरमल भामू सेना की 20 जाट रेजीमेंट में हवलदार थे और कालवाड़ के पास टिबरिया गांव के रहने वाले थे. भामू उन दिनों जम्मू-कश्मीर के दुर्गम क्षेत्र में तैनात थे, जहां 12 अप्रैल को उधमपुर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में भामू शहीद हो गए थे, जिसके बाद 13 अप्रैल को उधमपुर के सैनिक अस्पताल में सांवरमल का पोस्टमार्टम हुआ था. जब शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो गांव में शहीद के अमर रहने और भारत माता की जय के जयकारे गूंज उठे. बता दें कि टिबारिया गांव में आधा दर्जन से अधिक युवा सेना में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

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