जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह शनिवार को जयपुर के जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां उन्होंने "स्ट्रैंथनिंग रूट्स ऑफ डेमोक्रेसी इन इंडिया" विषय पर हरिशंकर स्मृति का व्याख्यान दिया. वहीं मनमोहन सिंह ने भारतीय संविधान की विशेषताएं बताते हुए कहा कि भारतीय संविधान लोकतंत्र की शक्ति है और यह हमारी खुशकिस्मती है कि हम दुनिया के सबसे बेहतरीन लोकतंत्र में रहते है.
मनमोहन सिंह ने GDP पर जताई चिंता आगे उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे विस्तृत भारतीय संविधान सभी लोगों के अधिकार की रक्षा करता है. देश की अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि देश की जीडीपी लगातार नीचे आ रही है, जबकि बातें पांच ट्रिलियन इकोनॉमी की हो रही है.
उन्होंने कहा कि आर्थिक हालातों को सुधारने के लिए रणनीति बनानी होगी. जिससे बिगड़ते हालातों से लड़ा जा सके. पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए डॉ मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने 1952 में देश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने की बात कही थी, लेकिन हालातों में अभी भी ज्यादा सुधार नहीं हुआ है.
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डॉ मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि 1991 के दौर में बीपीएल परिवारों के जीवन स्तर में सुधार आया था और इन परिवारों की स्थिति सुधारने के लिए हमें आगे आना होगा. वहीं युवाओं को जाति संप्रदाय जैसी चीजों से परे होकर बेहतर भविष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए. वहीं इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जेकेएलयू लॉरिअट अवार्ड से सम्मानित भी किया गया.