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बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान, 1 लाख 40 हज़ार हेक्टेयर में तैयार फसल बर्बाद

प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. बीते कुछ दिनों में किसानों की 1 लाख 40 हज़ार हेक्टेयर में तैयार फसल बर्बाद हो गई है.

farmers loss due to rain and hail storm
बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान

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Published : Apr 5, 2023, 10:23 AM IST

जयपुर. किसानों को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बीते 24 घंटे में ही प्रदेश के कई हिस्सों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग के अनुसार अजमेर में पिछले 24 घंटे में 3.2 मिमी, जयपुर (6.4 मिमी), सीकर (7 मिमी), बीकानेर और गंगानगर (4 मिमी),चूरू (0.4मिमी), धौलपुर, फतेहपुर और करौली 0.5 मिमी, बारिश हुई है. मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में आज भी हल्की बारिश की संभावना जताई है.

फसल नुकसान से किसान परेशान
किसानों का कृषि विभाग को 29 मार्च से 31 मार्च तक बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की गिरदावरी रिपोर्ट भी मिल गई है. इसके अनुसार प्रदेश में कुल 1.40 लाख हेक्टेयर रबी की फसल खराब हुई है. कृषि विभाग के अनुसार इस बार प्रदेश में कुल 109.55 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों (गेहूं, चना, जौ, सरसों, जीरा, ईसबगोल और सब्जियां) की बुआई की गई है. इसमे सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं, चना और सरसों की फसल को हुआ है. इस अवधि के दौरान प्रभावित जिले हनुमानगढ़, श्री गंगानगर, भीलवाड़ा, अजमेर, राजसमंद, सीकर, नागौर, दौसा, अलवर, बीकानेर, टोंक, उदयपुर और प्रतापगढ़ थे.

बारिश से फसल बर्बाद

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वहीं 16 मार्च से 24 मार्च तक असमय बारिश और ओलावृष्टि से कुल 109.55 लाख हेक्टेयर बुआई क्षेत्र में से 9.45 लाख हेक्टेयर फसल नुकसान का आंकलन किया गया है. जिन जिलों में फसल खराब हुई है उनमें जोधपुर, नागौर, बूंदी, जयपुर, बीकानेर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, दौसा, जालौर, हनुमानगढ़, भरतपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, बांसवाड़ा, उदयपुर, कोटा, डूंगरपुर, धौलपुर, चूरू, भीलवाड़ा, बारां, अलवर, गंगानगर और झुंझुनू थे.

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रबी फसलों की विशेष गिरदावरी के आदेश राजस्व विभाग ने 8 मार्च 2023 को जारी किये गये थे जो फसलों की कटाई तक प्रभावी रहेंगे. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि देश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और जलभराव से फसल खराब होने की स्थिति में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का दावा करने के लिए 72 घंटे के भीतर संबंधित कंपनी या नजदीकी कृषि अधिकारी को सूचित करना जरूरी है. मंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों में राज्य सरकार ने लगभग 1.90 करोड़ फसल बीमा किसानों को 18,500 करोड़ रुपये के फसल बीमा दावों का वितरण किया है.

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