राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

जयपुर: रेनवाल में टिड्डी दल का फिर से हमला, रास्ते में आने वाली वनस्पति को किया चट

जयपुर के रेनवाल में शुक्रवार को टिड्डी दलों ने फिर से हमला कर दिया. टिड्डी दल 10 किलोमीटर लंबा और 3 किलोमीटर चौड़ा था. टिड्डी अपने रास्ते में आने वाले हरे पेड़-पौधों को चट कर गई. इलाके के लोगों ने डीजे बजाकर, पटाखे फोड़कर, थाली पीटकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया.

Locusts in renwal  Locusts in rajasthan  locusts attack in rajasthan  rajasthan news  jaipur news
रेनवाल में टिड्डी दल का फिर से हमला

By

Published : Jun 12, 2020, 7:32 PM IST

रेनवाल (जयपुर).क्षेत्र में शुक्रवार को टिड्डी दल ने प्रवेश किया. टिड्डी दल ने अपने रास्ते में आने वाले पेड़ पौधों की पत्तियों को साफ कर दिया. रेनवाल में दोपहर 3 बजे टिड्डी दल ने हमला किया. इस टिड्डी दल के आकार की बात करें तो 10 किलोमीटर लंबा और 3 किलोमीटर चौड़ा था. रेनवालवासी टिड्डी अटैक से सहम गए. टिड्डियों को ग्रामीणों ने डीजे बजाकर, पटाखे फोड़कर और बर्तन पीटकर भगाने का प्रयास किया.

टिड्डी दल 10 किलोमीटर लंबा और 3 किलोमीटर चौड़ा था

करीब एक सप्ताह पहले भी टिड्डी दल ने रेनवाल में अटैक किया था. रेनवाल के रामपुरा, मुंडली, लुनियावास, नांदरी, लालासर, हरसोली, मुण्डीयागढ़, बाघावास आदि पंचायतों के किसान प्रभावित हुए है. राजस्थान में टिड्डी दल का अटैक लगातार जारी है. सरकारी स्तर पर भी इससे निपटने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन किसानों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है.

पढ़ें:अजमेर के भिनाय में टिड्डी अटैक, फसल चौपट होने से बढ़ी किसानों की मुश्किलें

क्या है टिड्डी और कहां से आई?

पूरी दुनिया में रेगिस्तानी टिड्डी के प्रकोप से लगभग तीन करोड़ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र प्रभावित है. इतने क्षेत्र में उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी अफ्रीकन देश, अरब देशों, अरेबियन पेनिनसुला, दक्षिणी सोवियत रूस, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत सहित करीब 64 देश शामिल हैं. सामान्य दिनों में जब इनका प्रभाव कम होता है तब भी ये 30 देशों के एक करोड़ 60 लाख वर्ग किमी क्षेत्र में पाई जाती हैं.

रेगिस्तानी टिड्डियों का सबसे बड़ा हमला राजस्थान के जैसलमेर में 16 मई 2019 के बाद देखा गया. उस समय ये छितरी हुई अवस्था में थे. भारत सरकार के टिड्डी नियंत्रण एवं अनुसंधान विभाग के अनुसार, मई 2019 में 246 जगहों पर सर्वे किया गया था, जिनमें से 46 स्थानों पर टिड्डी पाए गए थे. बीकानेर जिले के कुछ इलाकों में भी टिड्डी दल देखे गए थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details