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Sampark Smartshala Scheme : अब खेल-खेल में मैथ्स और इंग्लिश सीखेंगे सरकारी स्कूल के छात्र

प्रदेश के 8 जिलों के सरकारी स्कूलों में सम्पर्क स्मार्टशाला योजना शुरू की (Sampark Smartshala in Rajasthan) जा रही है. इसके तहत कई नवाचार किए गए हैं.

Sampark Smartshala Scheme
Launch of Sampark Smartshala Scheme

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Published : Mar 21, 2023, 8:07 PM IST

Updated : Mar 21, 2023, 8:39 PM IST

अब खेल-खेल में होगी पढ़ाई.

जयपुर.सरकारी स्कूलों के छात्र अब खेल-खेल में गणित के कठिन फार्मूले और इंग्लिश पढ़ने के पैटर्न को सीखेंगे. छात्रों को अंग्रेजी और गणित में दक्ष करने के लिए सम्पर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम का मंगलवार को आगाज हुआ. प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के 8 जिलों में इस कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है. इसे लेकर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद और संपर्क फाउंडेशन के बीच एमओयू हुआ.

प्रोजेक्ट के तहत पहली से 5वीं तक के छात्रों को शिक्षा दी जाएगी. इससे पहले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को भी ट्रेंड किया जाएगा. वहीं कुछ स्कूलों को प्रायोगिक तौर पर टेलीविजन, संपर्क एफएलएन टीवी डिवाइस, गणित और इंग्लिश के किट भी वितरित किए गए. शिक्षा विभाग की ओर से सम्पर्क स्मार्टशाला योजना प्रदेश के 8 जिलों में शुरू की जा रही है.

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कार्यक्रम से शिक्षा मंत्री ऑनलाइन जुड़े. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ये एक और कदम बढ़ाया गया है. इससे छात्रों का लर्निंग गैप भी कवर होगा. वहीं शिक्षा परिषद के परियोजना निदेशक डॉ मोहन लाल यादव ने कहा कि स्कूली छात्रों को इस स्मार्टशाला की एक किट दी जाएगी. साथ ही टीचर्स को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. ताकि वो योजना के तहत दी जाने वाली किट यानी शिक्षण सामग्री का उपयोग कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार ला सकें.

पांच नवाचारों के जरिए चलेगी स्मार्टशाला :
1. साउंड बॉक्स :साउंड बॉक्स के रूप में एक ध्वनि उपकरण उपयोग में लिया जाएगा. इसमें एक सूत्रधार ‘सम्पर्क दीदी’ शोध करके बनाए गए अध्याय, गीत, कहानी और खेलों को बच्चों को सुनाएगी. यानी बच्चे खेल-खेल में इसे सुनकर भी अपनी पढ़ाई कर सकेंगे. ऐसे बच्चे जो पहली बार भाषा लिखना, बोलना, पढ़ना सीख रहे हैं, उनके लिए सीखने की आसानी होगी.

2. 3डी शिक्षण सामग्री :योजना के तहत स्कूली बच्चों को लर्निंग टूल के रूप में 3डी शिक्षण सामग्री दी जाएगी. इन शिक्षण सामग्रियों को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को इंग्लिश और गणित विषय को समझाने के लिए बनाया गया है.

3. बोर्ड गेम्स :बोर्ड गेम्स को भी इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यदि किसी दिन टीचर क्लास में नहीं हो, तो भी छात्र विषय को सीखने-समझने में सक्षम होगा.

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4. मल्टीमीडिया अभ्यास पुस्तिका :अभ्यास पुस्तिका के जरिए शिक्षक पाठ पढ़ाने के दौरान पुस्तिका में पाठ के अंत में दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर पाठ पर आधारित ऑनलाइन या ऑफलाइन वीडियो तक देख सकेंगे.

5. सम्पर्क बैठक ऐप :ये ऐप टीचिंग शिक्षण की सरल और आकर्षक सामग्री को हिंदी भाषा में उपलब्ध करवाएगा. इसका इस्तेमाल शिक्षक और छात्र के बीच परस्पर संवाद के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन किया जा सकेगा. इस ऐप में एनिमेटेड वीडियो सहित कई तरह के खेल, कहानियां, पहेलियां और अभ्यास प्रश्न उपलब्ध कराए जाएंगे.

आपको बता दें कि सम्पर्क फाउंडेशन वर्तमान में देश के 6 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, और हरियाणा के स्कूलों में काम कर रहा है. अब राजस्थान के 8 जिलों में भी इसकी शुरुआत की गई है. इसमें धौलपुर, सिरोही, बारां, करौली, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और जयपुर का नाम शामिल है. आगामी 5 वर्षों में इसे सभी जिलों के 65 हजार प्राथमिक विद्यालयों के 37 लाख छात्रों तक पहुंचाने की योजना है.

Last Updated : Mar 21, 2023, 8:39 PM IST

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