जयपुर.जोधपुर गैंगरेप प्रकरण में एबीवीपी पर लगाए गए आरोप और प्रदेश में बढ़ते महिला अत्याचार के विरोध में एबीवीपी के छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया. साथ ही जेएलएन रोड रोकने के लिए कैंपस से बाहर आने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस प्रशासन ने बल प्रयोग करते हुए छात्रों पर लाठियां बरसाई. वहीं, छात्रों ने कैंपस के अंदर से पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस प्रशासन ने एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा और इकाई अध्यक्ष भारत भूषण पर अंधाधुंध लाठियां बरसाई. करीब 8 छात्रों को हिरासत में लिया. हालांकि, इन्हें देर रात जमानत पर रिहा किया गया.
एबीवीपी छात्रों ने किया हंगामाः अपराधियों पर नकेल कसने के बजाए विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर लाठियां बरसाने, विरोध प्रदर्शनों को दबाने और जोधपुर ईस्ट डीसीपी के बयान में बिना सबूत एबीवीपी का नाम लेकर बदनाम करने के आरोप लगाते हुए एबीवीपी के छात्रों ने विश्वविद्यालय कैंपस में जमकर हंगामा किया. छात्र मुख्य मार्ग पर न जाएं इसलिए एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर दिया. छात्रों ने मुख्य द्वार पर चढ़कर प्रदर्शन करना शुरू किया और देखते ही देखते गेट पर लगी सांकल को तोड़ते हुए बाहर आने की कोशिश की. इस पर पुलिस प्रशासन ने पहले हवा में लाठियां लहराई और इसके बाद लाठीचार्ज कर दिया.
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छात्रों ने भी किया पथरावः इस दौरान छात्रों ने भी कैंपस के अंदर से पथराव किया, जिसमें बाहर खड़े कुछ मीडिया कर्मियों के भी चोट आई. इसके बाद पुलिस ने एबीवीपी के छात्र नेता होशियार मीणा और भरत भूषण पर जमकर लाठियां बरसाई. उनको बचाने के लिए पहुंचे छात्रों पर भी लाठीचार्ज किया गया, जिसमें 10 से ज्यादा छात्रों के चोट आई. वहीं, पुलिस प्रशासन ने करीब 8 छात्रों को हिरासत में लिया. मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से गांधीनगर थाना इंचार्ज सुरेंद्र यादव ने बताया कि एबीवीपी के छात्रों से प्रदर्शन के दौरान समझाइश की गई. उन्हें स्पष्ट किया गया कि जोधपुर की जिस घटना को लेकर वो प्रोटेस्ट कर रहे हैं, उसमें कार्रवाई हो रही है. आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके हैं, लेकिन कुछ छात्र कैंपस के गेट से कूदकर बाहर आने की कोशिश कर रहे थे.
इस दौरान कुछ छात्र गेट से गिर गए, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. पुलिस ने कम से कम फोर्स का इस्तेमाल करते हुए छात्रों को कैंपस के अंदर रोकते हुए रास्ते को सुचारू रूप से जारी रखा है. सुरेंद्र यादव ने बताया कि पहले छात्रों को जुबानी चेतावनी दी गई. उसके बावजूद यदि छात्र उग्र होते हैं, तो हल्का बल प्रयोग किया जाता है. लाठीचार्ज घुटनों से नीचे-नीचे पैरों पर ही किया गया है. जिन छात्रों के चोट आई है, वो गेट से नीचे गिरने और पथराव आई है.