जयपुर. छात्रों की आवाज को पुलिस की लाठी से दबाने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रशासन और कुलपति के खिलाफ मोर्चा खोला. छात्रों ने राजस्थान पुलिस के कैंपस में प्रवेश और राजस्थान विश्वविद्यालय को पुलिस की छावनी बनाए जाने पर भी सवाल उठाए. साथ ही उन्होंने सिंडिकेट के दौरान विद्यार्थी परिषद की ओर से उठाई गई मांगों को तुरंत निस्तारित नहीं करने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयपुर प्रांत के संगठन मंत्री उपमन्यु राणा के नेतृत्व में छात्रों ने कुलपति सचिवालय का घेराव किया. इस दौरान उपमन्यु ने कहा कि जिस तरह विश्वविद्यालय के छात्रों पर निर्ममता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कई छात्र घायल हुए. कई छात्रों को घसीटा गया, तो कुछ को गिरफ्तार भी किया गया, जो निंदनीय है. इसी वजह से आज गुरु पूर्णिमा के दिन विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देना चाहता है कि छात्रों की आवाज को राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के जरिए दबाया नहीं जा सकता. इस दौरान उन्होंने कुलपति चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कुलपति को राज्य सरकार का एजेंट बताया. साथ ही गुरु-शिष्य की परंपरा और मर्यादा को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शन किए जाने की बात कही.