जयपुर.विभिन्न योग संयोगों के बीच छोटी काशी में सोमवार को कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को देव दीपावली के रूप में मनाया गया. इस दौरान शहरवासियों ने तारों की छाव में गलता जी में आस्था की डुबकी लगाई. इसके साथ ही कार्तिक स्नान का समापन हुआ. वहीं, शाम को घरों और मंदिरों में दीपदान किया गया. इस दौरान दीपावली सा नजारा पूरे शहर में देखने को मिला तो शहर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में रास पूर्णिमा उत्सव मनाया गया.
छोटी काशी में मना रास पूर्णिमा उत्सव :छोटी काशी में सोमवार का दिन दान पुण्य के दौर के साथ शुरू हुआ. श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर फल, अनाज और गर्म वस्त्रों का दान किया. गौशालाओं में हरी घास और धन का दान किया. वहीं, शाम को मंदिरों में दीपदान किया गया. इसके साथ ही शहर के अराध्यदेव गोविंद देवजी मंदिर में रास पूर्णिमा उत्सव मनाया गया.
गोविंद देवजी मंदिर में मनाया गया रास पूर्णिमा उत्सव इसे भी पढ़ें -जयपुर : देव दिवाली पर्व पर दीपदान से जगमगाया मंदिर, श्रद्धालुओं ने सरोवर में लगाई डुबकी
21 फीट का स्वास्तिक बना किया दीपदान :सुबह ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक कर सुनहरी पोशाक धारण कराई गई. साथ ही खीर का भोग लगाया गया. कार्तिक महीने का आखिरी दिन होने के चलते मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. इस दौरान श्रद्धालुओं ने सातों झांकी के दर्शन किए तो शाम को गर्भगृह में रास का खाट सजाया गया, जिसमें शतरंज और चौसर की झांकी मुख्य तौर पर आकर्षण का केन्द्र रही. इस दौरान श्री जी की सेवा में दूध, पान, इत्र अर्पित किए गए. वहीं, शहरवासियों ने अपने घरों के बाहर भी दीपक जलाए. उधर, मानसरोवर स्थित एक सोसायटी में 21 फीट का स्वास्तिक बनाकर दीपदान किया गया.
झांकियों के समय में हुआ बदलाव :कार्तिक महीना संपन्न होने के साथ ही शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में झांकियों के समय में भी परिवर्तन हुआ. मंदिर में मंगलवार से मंगला झांकी के समय में बदलाव किया गया है. अब मंगला झांकी सुबह 5:00 से 5:15 बजे तक, धूप झांकी सुबह 7:45 से लेकर सुबह 9:00 बजे तक होगी. वहीं, श्रृंगार झांकी सुबह 9:30 से 10:15 तक, राजभोग झांकी 10:45 से 11:15 तक, ग्वाल झांकी शाम 5:00 से 5:15 तक, संध्या झांकी शाम 5:45 से 6:45 तक और शयन झांकी रात 8:00 बजे से 8:15 बजे तक रहेगी.