कोटपूतली (जयपुर).जिले के कोटपूतली में नगर पालिका एक मुहिम चला रहा है, जिसमें आवारा सांडों और गायों को पकड़ा जाएगा. इससे कोटपूतली में आवारा पशुओं के आतंक से छुटकारा मिल सकेगा. इसके लिए 22 नवंबर से सांड पकड़ों अभियान के तहत 15 दिनों में 450 सांडों को पकड़ा गया है.
जयपुर के कोटपूतली को मिलेगी आवारा पशुओं से मुक्ति नगरपालिका के ईओ विशाल यादव ने बताया कि कोटपूतली शहर में लगभग एक हजार आवारा सांड और गायों को चिह्नित किया गया है. इनमें से करीब 450 जानवरों को पकड़ लिया गया है. जल्द ही बाकी जानवरों को भी पकड़ लिया जाएगा. नगरपालिका इस बार इन सांडों को पकड़कर 50 किलोमीटर दूर तालवृक्ष के जंगलों में छोड़ रही है. इससे ये वापस नहीं आ सकेंगे. पढ़ें- राजस्थान होमगार्ड का 57वां स्थापन दिवस समारोह, मुख्यमंत्री ने की जवानों की हौंसला अफजाई
बता दें कि कोटपूतली शहर के वाशिंदे लंबे समय से आवारा सांडों की समस्या से परेशान थे. इस सम्बन्ध में पहले भी कई बार अभियान चलाए जा चुके हैं, लेकिन हर बार थोड़े दिन बाद ही फिर से आवारा सांड और गाय कस्बे में लौट आते थे. हालांकि नगरपालिका के कर्मचारियों का कहना है कि आसपास के गांवों से लोग आवारा गायों को रोजाना कोटपूतली कस्बे में छोड़ जाते हैं. इस वजह से भी आवारा जानवरों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
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वहीं, लोगों का आरोप है कि आवारा सांड पकड़ने के लिए नियुक्त ठेकेदार इनको पकड़ कर आस-पास ही छोड़ देते हैं. जबकि नियम इनको तालवृक्ष के जंगलों में छोड़ने का है. इसी वजह से कुछ ही दिन में ये आवारा जानवर लौट आते हैं. वहीं भ्रष्टाचार के मामलों में नगरपालिका कोटपूतली का रिकॉर्ड बेहद ही खराब है. 2015 में चेयरमैन चुने गए महेंद्र सैनी इस समय निलंबित चल रहे हैं और जांच का सामना कर रहे हैं. उनके कार्यकाल में भी सांडों को पकड़ने के टेंडर निकाले गए थे. उम्मीद है इस बार काम में पारदर्शिता बरती जाएगी.