जयपुर.वीरांगनाओं को लेकर पिछले दिनों आंदोलन कर रहे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ पुलिस की ओर से किए गए दुर्व्यवहार पर राष्ट्रीय जनजाति आयोग ने सख्ती दिखाई है. आयोग ने इस पूरे मामले को लेकर मुख्य सचिव उषा शर्मा और डीजीपी उमेश मिश्रा को तलब किया है. आयोग ने सीएस और डीजीपी को 24 मई को दोपहर 12ः30 बजे यक्तिगत अनुसूचित जनजाति आयोग में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं.
24 को हाजिर होने के आदेशः बता दें कि राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी कि वीरांगनाओं की न्याय की मांग को लेकर वह धरना दे रहे थे. इस दौरान राजस्थान की पुलिस ने 4 मार्च और 10 मार्च, 2023 को उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और गैर कानूनी रूप से हिरासत में लिया गया. मीणा की शिकायत पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने नोटिस में मुख्य सचिव और डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि 24 मई को दोपहर 12ः30 बजे आयोग सदस्य के समक्ष व्यक्तिगत उपस्थित हों. आयोग की ओर से मुख्य सचिव और डीजीपी को चेतावनी दी गई है कि यदि आप बिना किसी विधिसम्मत कारण के आदेश का अनुपालन नहीं करते हैं, तो आपको सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 के आदेश ग्टप् के नियम 12 में दिये गए अनुपस्थिति के परिणाम भुगतने होंगे.
पढ़ेंःआंदोलन के मास्टर 'बाबा' किरोड़ी के मार्ग पर राजस्थान भाजपा, जानें इसके पीछे की वजह