जयपुर. जितनी चर्चा कथावाचक जया किशोरी जो कहती हैं उसकी होती है उतनी ही उनके सादगी पूर्ण सौंदर्य की भी बात होती है. सुंदरता के कद्रदान उनके मुखारविंद से निकले एक एक शब्द के दिवाने हैं. भगवत कथा में गाए उनके भजन बेहद लोकप्रिय हैं. भक्तिरस में डूबे गीतों में जीवन का फलसफा होता है. उदाहरण ऐसे जो आम आदमी की दिनचर्या से जुड़े होते हैं. भजन ऐसे जिन्हें सुनते ही श्रोतागणों के आंखों से झर झर आंसू बहने लगते हैं. आज ऐसे ही 5 भजन आपको बताते/सुनाते हैं, जिन्हें सुना तो जीवन के दुखों से मुक्ति की कुंजी मिल सकती है. सत्संग में जपे इनके भजन के मुरीदों की संख्या अनगिनत है.
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Motivational Speaker को सुनने वाले और सोशल मीडिया पर इनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में हैं तो सत्संग में जीवन का यर्थाथ समझने के लिए हाजिरी लगाने वालों की तादाद भी कम नहीं. जहां भी किशोरी पहुंचती हैं वहां पंडाल खचाखच भरा नजर आता है. मूलरूप से राजस्थान की रहने वाली जया किशोरी बचपन से ही भजन पाठ करती आई हैं. इनका नाम जया शर्मा था इनके गुरू ने किशोर यानी कृष्ण किशोर में रमी बालिका को किशोरी की उपाधि दी. कहते हैं कि 12वीं कक्षा में ही इन्हें भागवत कंठस्थ हो गई थी. अच्छी बात ये है कि 9 साल की उम्र से ही लोगों को मोटिवेट करने वाली जया ने किताबों और पढ़ाई से नाता नहीं तोड़ा. धर्मग्रंथों को अच्छे से पढ़ा, समझा और बीकॉम तक की शिक्षा पूरी की. कहते हैं किशोरी एक प्रोग्राम के लिए 10 लाख तक के रुपए लेती हैं और इसका बड़ा अमाउंट डोनेट भी करती हैं. आइए डालते हैं उनके भजनों पर एक नजर-
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