बीजेपी प्रदेश सहप्रभारी ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना जयपुर. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों में सियासी बयानबाजी भी तेज है. कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर बीजेपी प्रदेश की गहलोत सरकार पर लगातार हमलावर है. 1 दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में जनसभा के दौरान सीएम गहलोत को निशाने पर लिया तो, शनिवार बीजेपी मुख्यालय पर बीजेपी प्रदेश प्रभारी विजया राहटकर सीएम गहलोत के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें गहलोत ने कहा था कि कन्हैया लाल के हत्यारे बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं. राहटकर ने कहा कि सीएम गहलोत सत्ता से जाने वाले हैं, इसलिए उनका सिर फिर गया है.
गहलोत जाने वाले हैं, इसलिए सिर फिर गयाः राहटकर ने कहा कि उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड मामले सीएम गहलोत झूठ बोल रहे हैं. गहलोत कह रहे हैं कि सभी आरोपी राज्य सरकार ने पकड़े थे, ऐसा नहीं है. 11 आरोपियों को एनआईए ने पकड़ा है. गहलोत सरकार नहीं भूले कि उन्होंने कुछ नहीं किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस तरह से बयान दे रहे हैं उससे साफ है कि उन्हें ये बात को समझ गए कि अब उनकी सत्ता जाने वाली है. इसलिए उनका सिर फिर गया है. विजया राहटकर ने कहा कि एनआईए को चार्जशीट 180 दिन में दाखिल करनी थी, उसे इससे पहले ही 22 दिसम्बर, 2022 को दाखिल कर दिया. जल्द ही आरोपियों को उसके किये की सजा मिलेगी.
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तुष्टीकरण की राजनीति का परिणाम कन्हैयालाल की हत्याः विजय राहटकर ने कहा कि कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति का परिणाम है कि कन्हैयालाल की हत्या हुई. आज तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन उस वक्त कहां गए थे, जब कन्हैयालाल लगातार अपने ऊपर हमला होने का अंदेशा जताते हुए सुरक्षा की गुहार लगा रहा था. राहटकर ने कहा कि आज भी सरकार तुष्टिकरण कर रही है, जिन बहादुर नौजवानों ने आतंकियों को पकड़वाया, उन्हें आज धमकियां मिल रही हैं. सरकार उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं करा रही है, जबकि आंतकियों के परिवार वालों को सरकार सुरक्षा दे रही है. राहटकर ने कहा कि पीड़ित परिवार और इससे सम्बंधित लोगों के लिए बीजेपी ने हर काम किया. बीजेपी सबके परिवार के साथ खडी है.
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5 जुलाई को शंखनाद: राहटकर ने कहा कि इस सरकार में प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित नहीं है. राजस्थान में गहलोत सरकार का जंगलराज है, महिलाएं और जनता त्रस्त हैं, अब महिलाएं सरकार के खिलाफ शंखनाद करेंगी. इस सरकार की विदाई का समय आ गया है.