जयपुर. जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शिक्षा विकास मिशन के तहत पुराने दरबार स्कूल को 10.35 करोड़ की लागत से स्मार्ट बना दिया है. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेसिक मॉडल (दरबार स्कूल) का नाम भी बदल कर महात्मा गांधी राजकीय बेसिक मॉडल स्कूल, तोपखाना किया गया है. सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर स्मार्ट सिटी के इंजीनियर्स ने प्रधानाचार्य उस्मान गनी को स्कूल भवन को चाबी सुपुर्द की. हालांकि इस स्कूल का निर्माण कार्य जब शुरू किया गया था. उस वक्त परकोटे की प्राचीर और बुर्ज को भी ध्वस्त कर दिया गया था, जिसे अब तक संवारा नहीं जा सका है.
दो साल पहले हो गया था विवादःकरीब 2 साल पहले दरबार स्कूल को स्मार्ट बनाने की कवायद के बीच लापरवाही की वजह से विवाद खड़ा हो गया था. स्कूल की जर्जर इमारत को तोड़ते वक्त जिम्मेदारों ने संरक्षित परकोटे और उसके बुर्ज को भी तोड़ दिया था. जिसके विरोध में धरोहर बचाओ समिति ने जालूपुरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था. साथ ही मुख्य न्यायाधीश को शिकायत पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग भी की गई थी. हालांकि मामला ठंडे बस्ते में चला गया और स्मार्ट सिटी ने स्कूल के जीर्णोद्धार का काम को गति करते हुए अब भवन निर्माण का कार्य पूरा कर लिया है.