जयपुर. सवाई जयसिंह की बसाई नगरी जयपुर की लोकनाट्य परंपरा होली के मौके पर एक बार फिर साकार हुई. राजशाही के समय से मनोरंजन का प्रमुख साधन रहा तमाशा का मंचन ब्रह्मपुरी क्षेत्र में हुआ, जहां रांझा-हीर की कहानी को शास्त्रीय संगीत का तड़का लगाते हुए पेश किया. कलाकारों ने हारमोनियम और तबले की धुन पर इस कहानी को गीतों की माला में पिरोया. बिना किसी सजावट के खुले मंच पर हुए इस पारंपरिक लोकनाट्य में सिर पर भगवा वस्त्र धारण किए हुए, कलंगी वाला मुकुट, हाथ में मोर पंख, पैरों में घुंघरू बांधे रांझा ने हीर के प्यार में फिरते हुए बीते एक साल को बारहमासी के रूप में पेश किया.
राजनेताओं पर ली चुटकी : इस दौरान कलाकारों ने व्यंग्यात्मक लहजे में राजस्थान के पेपर लीक प्रकरण पर भी तंज कसा. चितरंगा बने कलाकार ने रांझा के साथ संवाद करते हुए कहा कि प्रशासन को लगता है कि पेपर सिर्फ नेट की वजह से आउट हो रहा है. उन्हें समझ नहीं आ रही कि पेपर लीक को कैसे रोके और माफिया को कैसे पकड़े. जिस पर रांझा ने तंज कसते हुए कहा कि समरथ को नहिं दोष गुसाईं. साथ ही शास्त्रीय संगीत के साथ गाते हुए कलाकारों ने कहा कि 'अपने घर में होगा मोदी सबसे बड़ा खिलाड़ी, राहुल गांधी बोले मेरी भी तो लंबी दाढ़ी'. 'कोई प्लंबर हमें बताओ काम करे जो ठीक, राजस्थान के पेपर हरदम हो जाते हैं लीक'. वहीं, गहलोत पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि 'नया-नया ये सचिन पायलट मैंने कुछ नहीं माना, मैं तो असेंबली में भी पढ़ता हूं बजट पुराना'.