जयपुर.किसी भी शहर में सड़कों का नामकरण राजनेताओं के नाम से होना आम बात है. कई मर्तबा इस नामकरण के पीछे सियासी पैगाम भी छिपे होते हैं. लिहाजा राजनीतिक दल नाम बदलने की कवायद में पीछे नहीं रहते हैं. राजधानी जयपुर में सड़क के नामकरण का मसला फिलहाल सुर्खियों में है. नगर निगम के गलियारों से खबर है कि पूर्व उपराष्ट्रपति और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भैरो सिंह शेखावत ( Tonk Road may be named after Bhairon Singh Shekhawat) के नाम से राजधानी के एक व्यस्त मार्ग को नगर निगम ग्रेटर समर्पित करने वाला है. वहीं, अंदर खबर ये है कि सत्ताधारी कांग्रेस सरकार भी अपने एक वरिष्ठ नेता के नाम पर इसी सड़क के नामकरण की तैयारी कर रही है. ऐसे में सड़क के जरिए सियासत का रंग जल्द जयपुर शहर की राजनीति के दरमियां नजर आ सकता है.
सड़क के जरिए सियासत का रंग: ग्रेटर नगर निगम का बीजेपी बोर्ड चुनावी साल में राजस्थान के वरिष्ठ नेता भैरो सिंह शेखावत को सम्मान देने की कवायद में जुटी है. गौर करने वाली बात ये है कि हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले नवनिर्मित सोडाला एलिवेटेड रोड का नाम भारत जोड़ो सेतु किया था. वहीं, बीते दिनों जयपुर के अल्बर्ट हॉल के नाम को भी बदले जाने की चर्चाएं तेज हुई थी. ऐसे दौर में अब टोंक रोड का नाम भैरो सिंह शेखावत मार्ग किए जाने की चर्चाएं सियासी सुगबुगाहट के बीच राजनीतिक दिलचस्पी पैदा कर रही है.
एक साल से ज्यादा समय से चल रही नाम बदलने की कवायद : ग्रेटर नगर निगम के उप महापौर पुनीत कर्णावट ने इसे जनता की मांग बताते हुए कहा कि जयपुर में टोंक रोड एक ऐसी मुख्य सड़क है, जिसका नामकरण भैरो सिंह शेखावत के नाम पर किया जाना उचित होगा. इस संबंध में बीते साल 17 अक्टूबर 2021 को महापौर को नोटशीट लिखकर आग्रह किया था कि प्रस्ताव लाया जाए. पिछले महीने जो एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग हुई, उसमें किसी कारणवश ये प्रस्ताव छूट गया. इसलिए दोबारा महापौर को पत्र लिखकर ये आग्रह किया है. उसकी आगामी तारीख तय करके अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ-साथ भैरो सिंह शेखावत के नाम से टोंक रोड का नामकरण करने का प्रस्ताव लेकर आएं. ताकि अजमेरी गेट से जहां तक ग्रेटर नगर निगम की सीमा है. सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया से आगे तक भैरों सिंह शेखावत मार्ग रखा जाए. ये भैरो सिंह शेखावत के प्रति जयपुर की जनता की ये छोटी सी श्रद्धांजलि होगी.
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टोंक रोड का नाम आयरन लेडी इंदिरा गांधी के नाम पर क्यों नहीं? : उधर, ग्रेटर नगर निगम की ईसी मीटिंग में इस प्रस्ताव को लाए जाने की चर्चाओं के बीच कांग्रेस पार्षद करण शर्मा ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी का बोर्ड है तो भैरों सिंह शेखावत के नाम से ही क्यों? टोंक रोड का नाम आयरन लेडी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Congress suggested Indira Gandhi name) या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम से भी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी टोंक रोड का नाम बदलकर जबरन विवाद क्यों बढ़ाने में लगी है.