पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने क्या कहा, सुनिए... जयपुर. राजधानी जयपुर की सड़कों पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है. इससे सड़कों पर जाम की समस्या आम हो चली है. शहर का भीतरी परकोटा हो या बाहरी इलाका. सभी जगहों पर जाम लगने से वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ती है. जाम के कारण लोगों को जहां अपने घर या ऑफिस पहुंचने में ज्यादा समय लग रहा है.
वहीं, जाम में फंसने के कारण वाहनों का ईंधन भी ज्यादा खर्च होता है. कई बार जाम के कारण वाहन चालकों के बीच आपसी तनातनी भी हो जाती हैं. ऐसे में जयपुर की सड़कों पर यातायात को स्मूथ बनाने के लिए यातायात पुलिस और ट्रैफिक पुलिस मिलकर 'ऑपरेशन सुगम यातायात' चलाया है. इसके तहत थानों की पुलिस का भी ट्रैफिक जाम की समस्या से लड़ने के लिए सहयोग लिया जा रहा है. बाकायदा इसके लिए हर थाने को टारगेट भी दिया गया है. अब राजधानी जयपुर में हर थाने की पुलिस को अपने क्षेत्र में एक किलोमीटर सड़क से यातायात के अवरोधों को दूर कर सड़क को सुगम पथ बनाना होगा.
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जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि जयपुर की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए यातायात पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. अब राजधानी के सभी थानों को भी अपने क्षेत्र की एक किमी सड़क को हर सप्ताह सुगम पथ के रूप में विकसित किया जाएगा. फिर अगले सप्ताह अगले एक किमी सड़क से यातायात के अवरोध हटाए जाएंगे. इस तरह यह कवायद लगातार चलती रहेगी. जयपुर में 70 थाने हैं. इस लिहाज से इस अभियान से हर सप्ताह 70 किमी तक की सड़क यातायात के लिहाज से स्मूथ होगी और आने वाले समय में इसका असर जयपुर की सड़कों पर साफ दिखाई देगा.
हर दिन सड़क पर उतरते हैं 600 नए वाहन : कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि हर दिन जयपुर की सड़कों पर 586 नए वाहन सड़कों पर आ रहे हैं. सड़क की चौड़ाई पहले जितनी ही है. सड़क, फ्लाई ओवर और अंडरपास पर प्रतिदिन दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में प्रैशर पॉइंट्स और जाम के पॉइंट्स भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अभी की बात करें तो एक साल पहले की तुलना में जयपुर में ट्रैफिक जाम के पॉइंट्स की संख्या बढ़ी है. ट्रैफिक पुलिस का लगातार यह प्रयास रहता है कि शहर वासियों को जाम से निजात मिले. लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में समय कम लगे. इससे ईंधन की भी बचत होती है.
इन चार कारणों से होता है ट्रैफिक जाम :
- सड़क किनारे खड़े होने वाले रेहड़ी और ठेले वाले सड़क पर आगे आ जाते हैं. इनसे समझाइश कर ठेलों को सड़क के पीछे की तरफ खड़ा करवाया जा रहा है.
- सड़क किनारे दुकानों के विज्ञापन वाले स्टैन्डी लगाने से भी वाहनों को निकालने में चालकों को दिक्कत होती है. शहर की सभी सड़कों से ऐसी स्टैन्डी और विज्ञापन बोर्ड हटाए जा रहे हैं.
- सड़क पर एक ही जगह कई ई-रिक्शा, ऑटो और मिनी बसें खड़ी होने से भी यातायात जाम हो जाता है. इसके लिए ई-रिक्शा, ऑटो और मिनी बस संचालकों से समझाइश की गई है. अब ऐसे वाहनों को कतार में खड़ा करवाया जा रहा है. नियम तोड़ने पर चालान भी किए जा रहे हैं.
- नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े कर कई बार लोग दुकान पर सामान लेने चले जाते हैं. इससे पीछे आने वाले वाहन निकल नहीं पाते हैं और ट्रैफिक जाम हो जाता है. ऐसे वाहन चालकों से भी समझाइश की जा रही है. फिर भी नियम तोड़ता पाया जाता है तो चालान किया जा रहै है.
ये चार नियम तोड़ने वालों पर ज्यादा सख्ती : पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि सड़क हादसों की संख्या में कमी लाने और इन हादसों में मौतों का आंकड़ा कम करने के लिए भी यातायात पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. ज्यादातर हादसों जान गंवाने वालों में बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने, दो से ज्यादा सवारियां दुपहिया वाहन पर चलने और शराब पीकर वाहन चलाने वालो की संख्या अधिक होती है. ऐसे में बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने, दोपहिया वाहनों पर दो से ज्यादा सवारी बिठाने वालों पर सख्ती की जा रही है. इसके साथ ही शराब पीकर वाहन चलाने और वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है. ऐसा करते पाए जाने पर भी चालान किए जा रहे हैं.
391 पॉइंट्स पर तैनात हैं यातायात पुलिस के जवान : राजधानी जयपुर में 391 चौराहे और ट्रैफिक पॉइंट्स ऐसे हैं. जहां फिलहाल यातायात पुलिस के जवानों की तैनाती की जा रही है. इन स्थानों पर लगे यातायात पुलिस के जवानों की प्राथमिकता है कि ट्रैफिक जाम नहीं लगे. इसके साथ ही यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी ये जवान कड़ी निगरानी रख रहे हैं.
इन स्थानों पर दिखने लगा है असर : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात एवं प्रशासन) राहुल प्रकाश का कहना है कि जयपुर जंक्शन के मुख्य दरवाजे के बाहर यातायात का दबाव ज्यादा रहने के कारण यहां दिनभर जाम के हालत बने रहते हैं. ऐसे में सुधार की शुरुआत यहीं से की गई. यहां ठेले वालों को निर्धारित स्थान पर खड़ा करने के साथ ही ई रिक्शा, ऑटो और मिनी बस चालकों को भी नियमों की पालना की सख्त हिदायत दी गई है. अब यहां इसका असर दिखने लगा है. इसी तरह संजय सर्किल, पुरानी चूंगी से क्वींस रोड, गणपति प्लाजा, एमआई रोड, सिंधी कैंप, लालकोठी सब्जी मंडी, सहकर मार्ग आदि इलाकों में भी सुगम यातायात के लिए अभियान चलाया गया है.