राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

जयपुर निगम की फायर टीमें तैयार, दिवाली पर रहेंगे सुरक्षा के ये इंतजाम...

इस साल दीपावली पर कोई दुर्घटना न हो इसको लेकर जयपुर की दोनों निगम की (Arrangements for Diwali in Jaipur) फायर टीमें तैयार हैं. फायर टीमों के पास बड़ी बिल्डिंग से लेकर तंग गलियों में आगजनी की घटना से निपटने के लिए पर्याप्त फायर सेफ्टी यंत्र हैं. जानें राजधानी में दिवाली पर क्या किए गए हैं सुरक्षा के इंतजाम.

Arrangements for Diwali in Jaipur
Arrangements for Diwali in Jaipur

By

Published : Oct 19, 2022, 10:01 PM IST

जयपुर.शहरवासी हर्षोल्लास के साथ दिवाली का त्यौहार रौशनी और आतिशबाजी के साथ मनाते हैं. हर साल दिवाली के मौके पर पटाखों और शॉर्ट सर्किट से आगजनी की घटनाएं भी सामने आती हैं. ऐसे में त्यौहार को सुरक्षित बनाने के लिए जयपुर की दोनों निगम की फायर टीमें तैयार (Jaipur Nigam Fire teams) हैं. आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए राजधानी में 12 फायर स्टेशन पर 57 छोटी-बड़ी दमकल मौजूद हैं.

इसके अलावा तंग गलियों में आग पर काबू पाने के लिए मोटरसाइकिल दमकल और बड़ी बिल्डिंग के लिए 72 और 42 मीटर एएचएलपी मौजूद हैं. वहीं इस बार फायर वाहनों को चिह्नित पुलिस थानों पर भी तैनात किया जाएगा. राजधानी का क्षेत्रफल बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आग की दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं. बीते साल राजधानी में दीपावली के पंच उत्सव के दौरान 400 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हुई. हालांकि जयपुर की फायर ब्रिगेड ने इन पर समय रहते काबू पाया.

राजधानी में दिवाली पर किए गए सुरक्षा के इंतजाम

चूंकि अब शहर में दो निगम हो गए हैं. ऐसे में फायर डिपार्टमेंट भी दो हिस्सों में (Incidents of Fire on Diwali) बंट गया है. शहर में मौजूद 12 फायर स्टेशन में से 8 ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जबकि 4 हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में हैं. ग्रेटर निगम सीएफओ राजेंद्र नागर के अनुसार शहर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए फायर टीम पूरी तरह सक्षम हैं, फिर चाहे बड़ी इमारतें हो या तंग गलियां.

पढ़ें. राजस्थान: दिवाली की खुशियों में मिठास घोलेंगे Sweet Crackers, मिठाई की दुकानों पर सजे अनार, चकरी और चॉकलेट बम

इस बार फायर स्टेशन के अलावा फायर व्हीकल चिह्नित कर 4 पुलिस थानों पर भी तैनात किए जाएंगे. इसके साथ ही अग्निशमन केंद्र पर सीधी सूचना के लिए एक डेडीकेटेड टेलीफोन नंबर भी सार्वजनिक किया गया है. इसके अलावा तरल पदार्थ की आग के लिए फॉर्म और शार्ट सर्किट की आग के लिए CO2 एक्सटिंग्विशर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है.

ग्रेटर नगर निगम फायर स्टेशन : (Greater Nagar Nigam Fire Station)

  • वीकेआई
  • झोटवाड़ा
  • बिंदायका
  • 22 गोदाम
  • मालवीय नगर
  • मानसरोवर
  • सीतापुरा
  • जगतपुरा (Appreal Park)

ग्रेटर नगर निगम में फायर वाहन :

छोटी बड़ी दमकल 35
मोटरसाइकिल दमकल 9
एएचएलपी 1 (72 मीटर)
मौका मुआयना टीयूवी 4
परमानेंट स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) 72
कॉन्ट्रैक्ट बेस स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) 250

पढ़ें. पटाखा फोड़ कर नहीं, खा कर दिवाली मनाइए: सरदारपुरा में मिष्ठान भंडार वाले ने बनाई 'पटाखा' मिठाई, लोगों को आ रही खूब पसंद

हेरिटेज नगर निगम फायर स्टेशन : (Heritage Nagar Nigam Fire Station)

  • आमेर
  • घाटगेट
  • बनीपार्क
  • चौगान

हेरिटेज नगर निगम में फायर वाहन :

छोटी बड़ी दमकल 22
मोटरसाइकिल दमकल 9
एएचएलपी 1 (42 मीटर)
मौका मुआयना टीयूवी और रेस्क्यू जिप्सी 4
परमानेंट स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) 70
कॉन्ट्रैक्ट बेस स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) 160

वहीं हेरिटेज निगम सीएफओ देवेंद्र मीणा ने बताया कि 5 दिन की ड्यूटी 8 की बजाय 12 घंटे की रहेगी. इस बार 45 स्टेशन के अलावा 8 पुलिस थानों पर भी फायर व्हीकल तैनात किए जा रहे हैं. जहां तक कन्जेस्टेड बाजारों का सवाल है तो यहां छोटी आगजनी के लिए फायर बाइक का इस्तेमाल किया जाएगा. जबकि बड़ी आग दमकल से ही बुझाई जाएगी.

हालांकि यहां स्मार्ट सिटी की ओर से फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. इसके तहत घाटगेट फायर स्टेशन से वॉल सिटी एरिया में 7 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली गई है. जिसमें परकोटे के सभी प्रमुख बाजार कवर किया गया है. सभी बाजारों में निश्चित दूरी पर हाइड्रेंट की व्यवस्था की गई है. ताकि उनका इस्तेमाल कर फायर वाहनों में पानी भरा जा सके. लेकिन स्मार्ट सिटी अभी भी इसकी कनेक्टिविटी नहीं कर पाया है.

इसके अलावा जयपुर के प्रमुख पुरोहित जी का कटला में स्मोक डिटेक्टर सेंसर भी लगाए जा रहे हैं. जिसे स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा. ये सेंसर वैन नेटवर्क पर काम करेंगे. इस प्रोजेक्ट में प्रेशर ट्रांसमीटर और 24 घंटे की मॉनिटरिंग का भी प्रावधान है. लेकिन ये काम भी अधर में ही लटका हुआ है. ऐसे में हेरिटेज निगम की फायर टीम को फिलहाल ट्यूबवेल हाइड्रेट, अंडरग्राउंड या ओवरहेड वाटर टैंक से ही काम चलाना होगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details