जयपुर.प्रदेश की राजधानी जयपुर यानी जयपुर शहर लोकसभा सीट पर बुधवार को सियासी पारा चरम पर रहा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां प्रेस वार्ता कर राजस्थान आंधी और बरसात से आई प्राकृतिक आपदा में हताहत किसानों के लिए राहत की घोषणा की तो वहीं इस दौरान उन्होंने भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.
जयपुर लोकसभा सीट पर बुधवार को कैसी रही सियासी हलचल, जानिए
जयपुर में बुधवार को कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासत उफान पर रही. सियासत की धुरी रहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लेकर कथित बयान.
गहलोत ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को बीजेपी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाया जाने पर चुटकी ली और कहा कि जातिगत समीकरण साधने के लिए भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी नहीं बनाया.
हालांकि गहलोत के इस बयान के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भी तुरंत पलटवार किया और अशोक गहलोत को नसीहत दे डाली कि भाजपा संगठन में निर्णय संगठन के भीतर होते हैं ना कि अन्य पार्टियों से पूछ कर ऐसे में गहलोत भाजपा के संगठन के भीतर लिए गए निर्णय को लेकर छींटाकशी ना करें.