जयपुर. गहलोत सरकार 17 दिसंबर को अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा करने जा रही है और इस एक वर्ष के कार्यकाल में खेल जगत के खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देना, इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है, तो वहीं राज्य खेलों के आयोजन को लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी है.
खेल जगत में खिलाड़ियों को आरक्षण देना रही गहलोत सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि गहलोत सरकार ने इस एक साल में खिलाड़ियों को लेकर एक बड़ी घोषणा की, जिसके तहत सरकारी नौकरियों में 2 फीसदी आरक्षण खिलाड़ियों को दिया जाएगा. यही नहीं स्कूल और यूनिवर्सिटी स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को भी इसका फायदा मिल सकेगा.
इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभागी खिलाड़ियों को भी 2 फ़ीसदी आरक्षण के तहत सरकारी नौकरी में छूट मिलेगी और ओलंपिक कॉमन वेल्थ और एशियन गेम्स में मेडल जीतने पर आउट ऑफ टर्म के जरिए सीधी नौकरी मिल सकेगी, यानी इन खेलों के अंदर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार सीधे सरकारी नौकरी उपलब्ध करवाएगी.
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वर्ष 2015 के बाद प्रदेश में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि लंबे समय से अटकी हुई थी. सत्ता में आने के बाद गहलोत सरकार ने प्रदेश के 1776 खिलाड़ियों को करीब 9 करोड़ 85 लाख रुपए पुरस्कार राशि वितरित की. यही नहीं एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को भी 1 करोड़ 40 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि जारी की गई.
गहलोत सरकार ने अपने बजट में एशियन गेम्स की तर्ज पर राज्य खेल आयोजित करने की बात कही थी. जिसके बाद हाल ही में प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि राज्य खेलों के आयोजन को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है और इस प्रतियोगिता में करीब आठ हजार खिलाड़ी भाग लेंगे. इसके साथ ही इन खेलों के आयोजन को लेकर कमेटियां भी बनाई जा चुकी है और इन खेलों का आयोजन 3 से 6 जनवरी तक सवाई मानसिंह स्टेडियम में होगा.