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Jaipur Fruit Park : नहीं बनेगा ग्रेटर फ्रूट पार्क !, गए थे 1000 पौधे लगाने 1 लगाकर लौटे

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Published : Jul 19, 2023, 7:27 PM IST

राजधानी जयपुर में विकसित किया जाने वाला पहला फ्रूट पार्क विरोध की भेंट चढ़ गया. जहां निगम प्रशासन 1000 फलदार पौधे लगाने पहुंचा था, वहां सिर्फ एक पौधा लगाकर लौट गया.

Jaipur Fruit Park
नहीं बनेगा ग्रेटर फ्रूट पार्क

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर.ग्रेटर नगर निगम के वार्ड 19 में बुधवार को ग्रेटर फ्रूट पार्क का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया, लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही स्थानीय लोगों ने यहां फ्रूट पार्क बनाए जाने को लेकर आपत्ति जताते हुए विरोध शुरू कर दिया. निगम प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों से करीब 2 घंटे तक समझाइश की गई. तर्क दिया गया कि यदि इस तलाई में फ्रूट पार्क विकसित नहीं किया जाएगा, तो धीरे-धीरे ये जगह अतिक्रमण की भेंट चढ़ जाएगी.

इस पर स्थानीय निवासी बनवारी शर्मा ने कहा कि यहां आस-पास के 15 कोस तक कोई ऐसा मैदान नहीं है, जहां बच्चे खेल सकें. इसलिए यहां बाउंड्री वॉल के पास भले ही कितने ही पेड़ लगाएं, लेकिन बीच में पेड़ नहीं लगने देंगे. वहीं, नजदीकी मंदिर के पुजारी अनिल भार्गव ने बताया कि यहां स्थानीय लोगों के कई आयोजन होते हैं. वो लोग भी यहां पेड़-पौधे लगाते हैं, लेकिन यदि बीच में पेड़ लगा दिए जाएंगे फिर जगह कहां बचेगी. जबकि स्थानीय महिलाओं ने बताया कि ये तलाई है, जहां आसपास का पानी इकट्ठा होता है. उस दृष्टि से ही यहां पर काम होना चाहिए. कुछ असामाजिक तत्व यहां दुर्व्यसन भी करते हैं, पहले उस पर नकेल कसनी चाहिए.

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वहीं, महापौर ने कहा कि नगर निगम ग्रेटर की ओर से 1 लाख पौधे लगाने का आगाज नांगल जैसा बोहरा की पवित्र धरती से किया गया है. लोगों को प्रेरित करते हुए इस लक्ष्य तक पहुंचा जाएगा. उन्होंने बताया कि इस तलाई की स्थिति बहुत खराब थी. यहां कचरा रहता था. बाउंड्री वॉल टूटी हुई है. इसे तलाई को संरक्षित करने के लिए, धरोहर को सुरक्षित रखने के लिए यहां पेड़ लगाने की शुरुआत की है. उन्होंने यहां हुए विरोध को लेकर कहा कि विवेकानंद जी ने भी कहा है कि यदि विघ्न आ रहा है तो रास्ता सही है. यहां लोग खेल मैदान चाहते हैं, उसकी शुरुआत आम का पेड़ लगाकर की गई है और 1 साल बाद इसी तलाई में बदलाव जरूर नजर आएगा. स्थानीय लोगों की भावनाओं के अनुरूप ही यहां विकास होगा.

गार्डन समिति की चेयरमैन राखी राठौड़ ने कहा कि जो 1 लाख पौधे लगाए जाने हैं, उसका प्लांटेशन ड्राइव जल्द शुरू करेंगे. इसका आगाज आज हो गया है. जहां तक फ्रूट पार्क की बात है तो यहां फिलहाल बाउंड्री पर प्लांटेशन किया जा रहा है. उम्मीद है कि यहां 100 से सवा सौ पौधे लग सकते हैं. वो पौधे जो यहां की क्लाइमेट कंडीशन के अनुसार होते हैं, जिसमें आम, आंवला, अमरूद, नारंगी जैसे फलदार पौधे लगाए जाएंगे.

बहरहाल, फ्रूट पार्क का जो सपना मेयर की ओर से देखा गया था उस पर स्थानीय लोगों के विरोध के बाद पानी फिर गया है. जानकारी के मुताबिक निगम प्रशासन की ओर से फ्रूट पार्क बनाने को लेकर तीन स्थान और देखे गए थे, लेकिन सभी जगह से ना ही मिली है. ऐसे में फिलहाल ये फ्रूट पार्क प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है. नांगल जैसा बोहरा में चौहान बाबा मंदिर तलाई ने ग्रेटर फ्रूट पार्क विकसित करने के लिए महापौर, कमिश्नर सहित विभिन्न समितियों के चेयरमैन और अधिकारी यहां पहुंचे थे. लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के बाद निगम प्रशासन को शिलान्यास पट्टिका के साथ बैरंग लौटना पड़ा.

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