जयपुर. मुख्य सचिव के निर्देश के बाद सभी जिला प्रभारी सचिव अपने-अपने जिलों के दो दिवसीय दौरे पर हैं. जयपुर जिला प्रभारी सचिव डॉक्टर सुबोध अग्रवाल ने शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान जिले में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को लेकर प्रभारी सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने चिंता जाहिर की और अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने अधिकारियों को ऑफिस के कमरों से बाहर निकलकर फील्ड में रहने के निर्देश दिए हैं.
प्रभारी सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि बाजारों में लोगों की भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल है और भीड़ को कंट्रोल करने के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर को सख्ती से निपटने के लिए कहा. उन्होंने कहा है कि शहर में लोग बिना मास्क के इधर-उधर घूम रहे हैं, बाजारों में भीड़ उमड़ रही है. शुरुआत में जो सख्ती थी, अब वो नजर नहीं आ रही. एक दुकान पर 10-15 लोग पास-पास खड़े होकर खरीदारी कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है. लापरवाही का ही नतीजा है कि जयपुर में रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 100 के पार जा रही है.
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वहीं, प्रभारी सचिव के सवालों का सीएमएचओ नरोत्तम शर्मा सही तरीके से जवाब नहीं दे पाए और आंकड़े भी गलत बताए. इस पर प्रभारी सचिव ने नाराजगी जताई. डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से मुकाबले के लिए सावधानी ही एकमात्र उपाय है, इसलिए ज्यादातर लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है. ऐसे लोगों का चालान किया जाना चाहिए, जो मास्क लगाने और बाहर थूकने जैसे बचाव के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. अब लघु संदेशों, सोशल मीडिया और नवाचार के माध्यम से लोगों को कोरोना के उपाय बताए जा रहे हैं. इसके लिए शहर की जनसंख्या के आधार पर वाहनों से प्रचार किए जाने के निर्देश भी दिए. साथ ही इस कार्य में एनएसएस, एनसीसी और सिविल डिफेंस की सहायता लेने के निर्देश भी जिला प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल की ओर से दिए गए हैं.