जयपुर.जसोल हादसे को लेकर कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है. लेकिन यह निर्णय जरूर किया गया है कि यदि कहीं भी ऐसा आयोजन होता है तो वहां ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि तुरंत राहत दी जा सके. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि ऐसी जगह पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी होनी चाहिए. यदि गाड़ी न हो तो ऐसे संसाधन होने चाहिए, ताकि ऐसी स्थिति आने पर तुरंत निपटा जा सके.
जसोल हादसे के बाद प्रशासन अलर्ट...बड़े आयोजन के स्ट्रक्चर को अभियंता करेगा प्रमाणित
बालोतरा के जसोल में हुए हादसे के बाद जयपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से इस हादसे को लेकर कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है. लेकिन प्रशासन एडवाइजरी जारी करने की तैयारियां कर रहा है. कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ ऐसे हादसों को लेकर चर्चा की. साथ ही कहा कि यदि शहर में 5 हजार और ग्रामीण इलाके में दो हजार की भीड़ एक जगह जमा होती है तो उसके लिए जो स्ट्रक्चर बनाया जाएगा. वह सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता से प्रमाणित होगा.
उन्होंने कहा कि अभी वे इस तरह की जानकारी जुटा रहे हैं की इस तरह के आयोजन के समय किस तरह की सावधानी रखनी चाहिए. ऐसे आयोजन के समय एंबुलेंस मौजूद रहने पर यदि एंबुलेंस नहीं हो तो वहां की स्वास्थ्य केंद्र को अलर्ट मोड पर रखा जाए. डॉक्टर भी आयोजन के समय वहां मौजूद रहें ताकि अगर ऐसा कोई हादसा हो तो उससे निपटा जा सके.
डीएम ने कहा कि यदि ऐसे आयोजन के समय बड़े स्तर पर खाना खिलाया जा रहा है तो एक फूड इंस्पेक्टर से खाने की जांच होनी चाहिए. वे जल्दबाजी में एडवाइजरी नहीं निकालना चाहते. ऐसे आयोजन को लेकर पूरा विचार कर जानकारी जुटा रहे हैं. ताकि इस तरह के हादसे को रोकने के लिए उन सारी बातों को लेकर उस एडवाइजरी में शामिल होंगी. स्थानीय निकायों से ऐसे बड़े आयोजन को लेकर अनुमति लेनी चाहिए.