जयपुर. राजधानी जयपुर के खोह नागोरियान इलाके में एक बुजुर्ग प्रोफेसर का अपहरण कर बंधक बनाने और अश्लील वीडियो बना ब्लैकमेल करने की वारदात का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया है. इन बदमाशों ने प्रोफेसर को ब्लैकमेल करके उसके फोन के जरिये से 2.20 लाख रुपए अपने खाते में भी ट्रांसफर कर लिए थे. इस गिरोह से जुड़े पांच बदमाशों को पुलिस ने बापर्दा गिरफ्तार किया है. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कार भी बदमाशों के कब्जे से बरामद की है.
Jaipur Crime News: बुजुर्ग प्रोफेसर का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 5 बदमाश गिरफ्तार
जयपुर के खोह नागोरियान इलाके में एक बुजुर्ग प्रोफेसर का अपहरण कर अश्लील वीडियो बनाने और ब्लैकमेल कर 2.20 लाख की फिरौती लेने के मामले में पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह के पांच बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.
सीसीटीवी फुटेज के जरिये पुलिस पहुंची आरोपियों तकःडीसीपी (पूर्व) ज्ञानचंद यादव ने बताया कि 20 अप्रैल को बुजुर्ग प्रोफेसर रामा सदाशिव लोखंडे लेवा पाटीदार का अपहरण कर अश्लील वीडियो बनाने और ब्लैकमेल कर फिरौती लेने का मामला सामने आया था. इसके बाद बदमाश प्रोफेसर को छोड़कर भाग गए थे. सीसीटीवी कैमरों के फुटेज और मुखबिर से मिली सूचना पर खोह नागोरियान थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच बदमाशों को बापर्दा गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में भरतपुर के कैलोरी गांव हाल द्वारकापुरी (प्रतापनगर) निवासी अनीता गोस्वामी, अजमेर के नगरा हाल जवाहर नगर कच्ची बस्ती निवासी पूजा महावर, करौली के नादौती निवासी कुंज बिहारी मीणा, दौसा के घूमना गांव निवासी मनोज कुमार और दौसा जिले के गढ़ी गांव निवासी सतीश कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से सतीश कुमार और मनोज के खिलाफ दौसा जिले में एक-एक मुकदमा पहले से दर्ज है.
लड़के और लड़कियां मिलकर करते हैं वारदातःप्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इस गिरोह से जुड़े तीन-चार लड़के और लड़कियां मिलकर ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं. गिरोह के बदमाश रेकी कर शिकार को फंसाते हैं और अपहरण की वारदात को अंजाम देते हैं. फिर एडिटिंग कर अश्लील फोटो और वीडियो तैयार कर लोगों को ब्लैकमेल करते हैं. फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए ऐंठ लेते हैं. उन्होंने इस तरह की कई वारदातों को अंजाम देने की बात कुबूल की है, लेकिन बदनामी के डर से लोग पुलिस में शिकायत तक दर्ज नहीं करवाते हैं. वारदात से मिलने वाली रकम ये बदमाश शौक-मौज पर खर्च करते हैं.