जयपुर. भाजपा के लिए जयपुर शहर लोकसभा सीट बढ़ते दावेदारों की संख्या को लेकर परेशानी का सबब बनती जा रही है. अब तक नेता संगठन अपने काम के आधार पर टिकट मांग रहे थे लेकिन, अब समाज के नाम पर भी भाजपा में टिकट के दावेदारों की संख्या बढ़ गई है.
जयपुर शहर लोक सभा सीट पर यूं तो मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा भाजपा के ही हैं. बावजूद इसके दावेदारों की संख्या करीब दो दर्जन तक पहुंच चुकी है. कई नेता अब तक संगठन में अपने काम के आधार पर टिकट मांग रहे थे, पर अब समाज के प्रतिनिधित्व की दुहाई देकर भाजपा से टिकट की मांग कर रहे हैं. भाजपा मुख्यालय में भी सभा के प्रदेश अध्यक्ष अंबिका प्रसाद पाठक हिंदी में टिकट के लिए चक्कर काट रहे हैं. प्रदेश भाजपा में ऐसा कोई सा बड़ा पदाधिकारी नहीं है जिसके पास पाठक का रिज्यूम नहीं पहुंचा होगा. पाठक ने कहा कि राजस्थान की 25 सीटों में से कम से कम 3 सीटों पर ब्राह्मण समाज को टिकट देने होगा नहीं तो इस चुनाव में ब्राह्मण समाज के मतदाताओं को भाजपा के अलावा अन्य राजनीतिक दल का विकल्प ढूंढने को मजबूर होना पड़ेगा.
जयपुर शहर लोकसभा सीट पर भाजपा के दावेदारों की संख्या बढ़ी पाठक की तरह ही गुर्जर समाज से आने वाले भाजपा के नेता समाज की दुहाई देकर भाजपा से टिकट मांग रहे हैं. पूर्व महापौर शील धभाई जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण सीट से यही दुहाई देकर टिकट मांग रही हैं. धाभाई जयपुर शहर सीट से दावेदारी कर रही हैं लेकिन, जयपुर देहात सीट परगुर्जर समाज के नाते दावा ठोकने से नहीं चूकती. धाभाई के अनुसार जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर भी बड़ी संख्या में गुर्जर मतदाता निवास करते हैं और धाभाई गुर्जर समाज से ही आती हैं.
इसके अलावा जैन समाज भले ही जनसंख्या में बेहद कम हो लेकिन, जयपुर से लोकसभा क्षेत्र से भाजपा नेता सुनील कोठारी और संजय जैन टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. इसके अलावा अजय धांधिया भी टिकट की दौड़ में हैं. ये तीनों ही नेता जैन समाज से आते हैं और 25 लोकसभा क्षेत्रों में से कम से कम एक पर जैन समाज के व्यक्ति को टिकट देने की मांग भी करते हैं. हालांकि, सुनील कोठारी प्रदेश में उपाध्यक्ष हैं. संजय जैन पूर्व जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और अजय धांधिया सत्कार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक हैं लेकिन, जब बात टिकट की हो तो संगठन के काम के साथ ही ये नेता अपने समाज की संख्या बल का भी एहसास कराने से नहीं चूकते ताकि टिकट मिल सके.