जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (CHO) की 19 फरवरी को कराई गई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला अब तक सुलझा नहीं है. इस मामले में रोजगार फाउंडेशन ने SOG की ओर से बोर्ड को पत्र लिखकर 89 प्रश्नों के मिलान का हवाला देने के बावजूद पेपर रद्द नहीं करने का आरोप लगाया है. जबकि कर्मचारी चयन बोर्ड ने जांच जारी होने की बात कहते हुए, अंतिम फैसला राज्य सरकार की ओर से लिए जाने की बात कही है.
Jaipur CHO Recruitment Exam: पेपर लीक प्रकरण पर सरकार लेगी अंतिम निर्णय, युवा परीक्षा रद्द करने पर अड़े - युवा परीक्षा रद्द करने पर अड़े
राजस्थान में कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (CHO) भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मुद्दे पर गतिरोध कायम है. रोजगार फाउंडेशन के अध्यक्ष भरत बेनीवाल ने कहा है कि अगर यह परीक्षा रद्द नहीं की गई तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. वहीं इस संबंध में चयन बोर्ड का कहना है कि अंतिम फैसला राज्य सरकार को लेना है.
बड़े आंदोलन की चेतावनीःप्रदेश के युवा बेरोजगार CHO भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के कारण उसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा वह सीएचओ के पदों पर स्थाई नियुक्ति करने जैसी मांगों को लेकर लामबंद हैं. रोजगार फाउंडेशन के अध्यक्ष भरत बेनीवाल ने बताया कि एसओजी ने कर्मचारी चयन बोर्ड को लेटर दे दिया है कि 89 प्रश्न लीक हो गए. शिक्षा मंत्री से भी इस संबंध में मिले, न्यायालय में पिटीशन भी दायर की है, फिर भी पेपर को रद्द नहीं किया जा रहा. अब बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने कहा है कि मामला राज्य सरकार तक पहुंच चुका है. ऐसे में एसओजी और अधीनस्थ बोर्ड के चेयरमैन को बुलाकर राज्य सरकार के स्तर पर मीटिंग होगी, जिसमें अंतिम फैसला लिया जाएगा. बेनीवाल ने कहा कि यदि 1 महीने के अंदर पेपर को रद्द कर दोबारा नहीं कराया जाता, तो प्रदेश स्तरीय एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसमें सीएचओ फेडरेशन भी युवा बेरोजगार के साथ खड़ा होगा.
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इस समय टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं-हरिप्रसादः इस सम्बंध में बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि मामले में एक बच्ची सामने आई थी. जिसने बताया था कि 8:02 पर उसके व्हाट्सएप पर मैसेज आया जो परीक्षा के करीब डेढ़ घंटे बाद देखा. बच्ची अपने साक्ष्यों को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड आई. जिसे एक अधिकारी के साथ हाथों-हाथ एसओजी के पास भिजवा दिया. उन्होंने कहा कि अब चूंकि एसओजी इसकी जांच कर रही है, इसलिए किसी भी तरह की टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं है. हालांकि बाद में उन्होंने सरकार के स्तर पर फाइनल डिसीजन लिए जाने की बात कही. आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 3 हजार 531 पदों पर सीएचओ भर्ती परीक्षा हुई थी. जिसमें 3 हजार 71 पद गैर अनुसूचित क्षेत्र के और 460 पद अनुसूचित क्षेत्र के निर्धारित हैं. परीक्षा में 92 हजार 49 अभ्यर्थी पंजीकृत थे. प्रदेश के तीन शहर जयपुर, कोटा, अजमेर में परीक्षा का आयोजन कराया गया था. सीएचओ भर्ती परीक्षा में एक पद के लिए 23 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला है.