राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

फुटपाथ और कच्ची बस्ती में रहने वालों को Corona के प्रति जागरूक कर रही ये संस्था, जानें और कैसे कर रही मदद - Jaipur Child line

जयपुर की चाइल्ड लाइन संस्था ने अब फुटपाथ पर और कच्ची बस्तियों में रहनेवाले लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. साथ ही वे उन्हें राशन सामग्री भी मुहैया करवा रही है.

Jaipur Child line, जयपुर न्यूज
चाइल्ड लाइन लोगों को कर रहा जागरूक

By

Published : Jun 16, 2020, 5:39 PM IST

जयपुर. राजधानी में कोरोना का संक्रमण को देखते हुए चाइल्ड लाइन संस्थान फुटपाथ पर और कच्ची बस्तियों में रहने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण के बारे में जागरूक कर रहा है. इसके साथ ही वे लोगों को बार-बार हाथ धोने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. संस्थान फुटपाथ पर रहनेवालों को साबुन, मास्क और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी दे रहा है.

चाइल्ड लाइन लोगों को कर रहा जागरूक

चाइल्ड लाइन संस्था जयपुर के डायरेक्टर कमल किशोर ने बताया कि जयपुर में बड़ी संख्या में लोग फुटपाथ और कच्ची बस्ती में रहते हैं. जिनके पास ना टेलीविजन, ना मोबाइल और ना ही कोई ऐसा जरिया है, जिसके माध्यम से उन तक कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी पहुंचाई जा सके. साथ ही उन लोगों को उससे बचाव के उपाय बताए जा सके. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन के सहयोग से चाइल्ड लाइन संस्था कच्ची बस्ती और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को डेमोंसट्रेशन के जरिए कोरोना संक्रमण की जानकारी दे रहा है. साथ ही उसके बचाव के तरीकों के बारे में भी बताया जा रहा है. इसके साथ ही लोगों को साबुन, मास्क व अन्य सामान भी वितरित किया जा रहा है.

राशन भी मुहैया कराया जा रहा

यह भी पढ़ें.मंत्री रमेश मीणा से कांग्रेस आलाकमान की बातचीत तेज, शाम तक आ सकती है 'बड़ी खबर'

जयपुर में रहने वाले 3000 परिवारों की सूची भी चाइल्ड लाइन संस्था ने जिला प्रशासन को सौंपी गई है. जिनके पास खाने के लिए राशन नहीं है. लॉकडाउन के चलते ऐसे परिवारों के सामने खाने-पीने की किल्लत है. जिन्हें अब जिला प्रशासन राशन मुहैया करवा रहा है.

यह भी पढ़ें.घोर लापरवाही: वेंटिलेटर का प्लग निकालकर चलाया कूलर, मरीज की मौत

इसके साथ ही चाइल्ड लाइन संस्था ने डेढ़ लाख से अधिक लोगों को भोजन और सूखा राशन वितरित किया है. लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद भी ऐसे लोगों के सामने रोजगार की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है. जिसके चलते अपने परिवार का पालन पोषण करना भी ऐसे लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details