जयपुर. राजधानी जयपुर के मोती डूंगरी रोड इलाके से आठ दिन पहले लापता 12 साल के बच्चे की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मासूम बच्चे के 35 वर्षीय चचेरे भाई ने ही उसके साथ कुकर्म के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस को यह मर्डर मिस्ट्री सुलझाने में आरोपी के पास मिले चाबियों के एक गुच्छे से बड़ी लीड मिली. इसमें 13 चाबियां थीं. पुलिस ने हर एक चाबी के बारे में पूछताछ की तो 12 चाबियों के बारे में उसने सही जानकारी दे दी. आखिर में 13वीं चाबी उसकी बहन के मकान की निकली. पुलिस वहां पहुंची तो मकान के एक कमरे में प्लास्टिक के कट्टे में बच्चे का शव मिला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि 25 मई को बच्चे के परिजनों कि रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज किया था. इसमें बताया गया था कि 24 मई को दोपहर करीब 3 बजे उनका 12 साल का बच्चा घर से निकला था, जो घर नहीं पहुंचा. पुलिस ने बच्चे की तलाश में 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो एक व्यक्ति बच्चे के साथ दिखाई दिया. इसके आधार पर आरोपी चचेरे भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि बच्चा कबूतर पालने का शौकीन था. आरोपी उसे कबूतर दिलाने के बहाने अपने साथ अपनी बहन के आयशा नगर स्थित खाली मकान में ले गया और वहां उसके साथ कुकर्म किया. इसके बाद पकड़े जाने के डर से रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को प्लास्टिक के कट्टे में डालकर वहीं छोड़ दिया.