जयपुर.राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या (Increasing Cases of Dengue In Rajasthan) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 24 घंटों में 2 मरीजों की जान भी जा चुकी है. मृतकों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है. चिकित्सकों की मानें तो ज्यादातर डेंगू के मामले बारिश के मौसम में देखने को मिलते हैं. पिछले कुछ सालों में वायरस के पैटर्न में बदलाव आया है. अब सर्दियों में भी डेंगू के मामले अधिक देखने को मिल रहे हैं.
सवाई मानसिंह अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ मनोज शर्मा का कहना है कि आमतौर पर अक्टूबर माह में डेंगू के मामलों में कमी देखने को मिलती है. डेंगू के मरीज बारिश के मौसम में सबसे अधिक सामने आते हैं. लेकिन सर्दियों में डेंगू के केस कम होने के बजाय लगातार बढ़ रहे हैं. इनमें सिंप्टोमेटिक और एसिंप्टोमेटिक मरीज भी देखने को मिल रहे हैं.
राजस्थान में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी इन लक्षणों के मरीज आ रहे सामने: (Symptoms of Dengue)
- मरीज में तेज बुखार आना और बुखार 3 से 4 दिन तक लगातार बुखार रहना,
- पेट में दर्द, उल्टी की शिकायत,
- मरीज का ब्लड प्रेशर कम होना,
- प्लेटलेट्स कम होने पर मरीज को ब्लीडिंग होना.
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ये स्ट्रेन एक्टिव :चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू के चार स्ट्रेन अभी तक सामने आए हैं. इनमें से फिलहाल डेनवी 1, डेनवी 2 स्ट्रेन एक्टिव है. फिलहाल जो मामले डेंगू के सामने आ रहे हैं, वे काफी कॉम्प्लिकेटेड हैं. रिसर्च किया जा रहा है कि फिलहाल जो स्ट्रेन डेंगू का सामने आया है, उसमें कोई म्यूटेशन है या नहीं. ऐसे में जो मरीज सामने आ रहे हैं, उनमें सीवियर मामले देखने को मिल रहे हैं. हालांकि इससे पहले डेंगू के सिर्फ एसिंप्टोमेटिक केस ही सामने आ रहे थे.
डेंगू से बचाव :(Prevention of Dengue)डॉ मनोज शर्मा का कहना है कि डेंगू की बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है. यह मच्छर उन स्थानों पर पनपते हैं, जहां पानी भरा रहता है. घर के आसपास या घर में पानी इकट्ठा नहीं होने दें. इस बीमारी या मच्छर के काटने से बचने के लिए शरीर को ढक कर रखना जरूरी है. विशेष तौर पर हाथ और पैरों को ढक कर रखना चाहिए. इसके अलावा यदि 2 से 4 दिन तक लगातार बुखार आता है तो चिकित्सक के परामर्श से ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं. यदि प्लेटलेट्स लगातार कम हो रहे हैं या फिर शरीर के विभिन्न हिस्सों से खून निकल रहा है, खास तौर पर दांतों से खून आना या फिर पेशाब के दौरान खून आने पर तुरंत मरीज को अस्पताल लेकर पहुंचे.
चिकित्सा विभाग अनजान :मौसमी बीमारियों को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से कई जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. मौजूदा समय में प्रदेश में डेंगू से संक्रमित मरीजों के आंकड़ों के क्या हालात हैं, इस बारे में चिकित्सा विभाग को जानकारी तक नहीं है. चिकित्सा विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अभी तक डेंगू से सिर्फ 6 मौत बताई जा रही हैं. जबकि जयपुर में अक्टूबर माह में 27 से अधिक मरीज इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं. बीते वर्ष पहली बार 19,000 से अधिक डेंगू से संक्रमित मरीज सामने आए थे. जबकि 50 से अधिक मरीजों की मौत इस बीमारी से हुई थी.