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दलित छात्र की मौत का मामलाः परिजनों ने अस्पताल परिसर में दिया धरना

जयपुर के कोटपूतली में एक दलित छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई. जहां गुस्साए दलित समाज के लोग और परिजन राजकीय अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया.

Student dies during treatment, दलित छात्र की मौत का मामला
दलित छात्र की मौत पर परिजनों का हंगामा

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Published : Apr 9, 2021, 10:28 AM IST

कोटपूतली (जयपुर).क्षेत्र स्थित राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में गुरूवार दोपहर उपचाराधीन एक दलित छात्र की मृत्यु होने से गुस्साए दलित समाज के लोग और परिजन राजकीय अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए. धरणार्थियों का आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही से छात्र की मृत्यु हुई है.

दलित छात्र की मौत पर परिजनों का हंगामा

जानकारी के अनुसार खेतड़ी (झुन्झुनु) के ग्राम गौरी दुधवां (नांगलिया) निवासी छात्र नवीन कुमार बलाई (22) कस्बे के अम्बेडकर छात्रावास में रहकर अध्ययन कर रहा था. विगत बुधवार रात्रि युवक की तबीयत खराब होने पर उपचार के लिए राजकीय बीडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि युवक को पेट दर्द की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जिसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया.

मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि बार-बार चिकित्सा अधिकारियों को सूचना दिए जाने के बावजूद भी मरीज की सार-सम्भाल नहीं की गई. यही नहीं हालत ज्यादा खराब होने पर चिकित्सकों की ओर से आनन-फानन में जयपुर रेफर कर दिया गया. जिसे आपातकालीन कक्ष में लाते ही उसकी मृत्यु हो गई. युवक की मृत्यु से गुस्साए लोगों ने अस्पताल परिसर में धरना देकर अस्पताल प्रशासन के विरूद्व जमकर नारेबाजी की. यही नहीं पीएमओ डॉ. चैतन्य रावत को भी खरी-खोटी सुनाई.

घटना की सूचना मिलने पर थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत भी मय जाब्ते मौके पर पहुंच गए. इस दौरान पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना, समाजसेवी नित्येन्द्र मानव, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष तारा पूतली, पूर्व पार्षद डालचंद वर्मा, पार्षद उमेश आर्य समेत बड़ी संख्या में दलित समाज के लोगों ने धरना देकर कार्रवाई की मांग की.

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रात तक चला आपसी समझाइश का दौर

इस सम्बंध में युवक के पिता सुनील दत्त ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच, आश्रित को सरकारी नौकरी और 5 लाख रूपये की सरकारी सहायता दिलाए जाने की मांग की है. ज्ञापन में लिखा है कि उसके पुत्र नवीन कुमार को पेट दर्द की शिकायत के चलते राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां चिकित्सकीय लापरवाही और समय पर उचित इलाज ना मिलने के कारण उसके पुत्र की मृत्यु हो गई, जो कि उसका इकलौता सहारा था. इस सम्बंध में पीएमओ डॉ. चैतन्य रावत और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अश्वनी गोयल ने बताया कि मामले में लापरवाही जैसी कोई बात नहीं है. युवक की मृत्यु लीवर में इंफेक्शन के चलते हुई है, जिसके इलाज के लिए उसे जयपुर रेफर किया गया था.

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