जयपुर.भारत विविधताओं का देश है, यहां अनेक भाषाएं बोली जाती है. जब उत्तर भारत, दक्षिणी भारत, पूर्वी और पश्चिमी भारत के तमाम क्षेत्रों में जाएंगे तो वहां की अलग-अलग तरह की भाषाओं से रूबरू होने का मौका मिलेगा. ऐसी स्थिति में हिन्दी ही आपको उन तमाम क्षेत्रों और लोगों से जोड़ेगी.
भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम है हिंदी कोई भी हिन्दुस्तानी जहां भी हो, दूसरे हिंदुस्तानी से हिंदी भाषा के जरिए ही अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त कर पाता है. अपनी दिल और मन की बात अगर किसी भाषा में सहजता से की जा सकती है तो वो है हिंदी. आज देश का शायद ही ऐसा कोई हिस्सा हो जहां हिंदी सहजता से बोली या समझी ना जाती हो.
हिंदी केवल हमारी मातृभाषा या राष्ट्रभाषा ही नहीं अपितु यह राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का प्रतीक है. राष्ट्रभाषा हिंदी हमें भावनात्मक एकता के सूत्र में पिरोती है. आज विश्व में हिंदी बोलने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसी हिन्दी के सम्मान में हर वर्ष 14 सितंबर को देश में हिन्दी दिवस मनाया जाता है.
हिन्दी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
- हिन्दी विश्व में चौथी ऐसी भाषा है जिसे सबसे ज्यादा लोग बोलते हैं। 1997 में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि भारत में 66 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं, जबकि 77 प्रतिशत इसे समझ लेते हैं। डिजिटल माध्यम में 2016 र्में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है.
- ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी की ‘वर्ल्ड इंग्लिश एडिटर’ डेनिका सालाजार के अनुसार अब तक हिंदी भाषा के 900 शब्दों को डिक्शनरी में जगह मिल चुकी है. दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी (शब्दकोश) हर साल भारतीय शब्दों को जगह दे रही है। इनमें हिंदी के शब्दों की बहुलता है.
- इजरायल के रोंडन नामक व्यक्ति ने दुनियाभर की भाषाओं के सही उच्चारण के लिए एक ऑनलाइन मंच ‘फोरवो’ तैयार किया। इसके मुताबिक उच्चारण को सुनकर अपनी गलतियों को ठीक किया जा सकता है. 2008 में शुरू हुई इस वेबसाइट में भारतीय शब्दों की धूम है. अब तक 14,741 हिंदी शब्दों को इसमें शामिल किया जा चुका है. इनमें स्त्री, ओम, किरण और रायता जैसे शब्द हैं.
- दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है.
- भारत के अलावा मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, फिजी, गुयाना, सुरिनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में कुछ परिवर्तनों के साथ ही सही लेकिन हिंदी बोली और समझी जाती है.
- हिंदी में उच्चतर शोध के लिए भारत सरकार ने 1963 में केंद्रीय हिंदी संस्थान की स्थापना की। देश भर में इसके आठ केंद्र हैं.
- इंटरनेट पर हिन्दी के प्रसार तेजी से हो रहा है. डिजिटल माध्यम में 2016 र्में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है.
- अभी विश्व के सैंकड़ों विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है और पूरी दुनिया में करोड़ों लोग हिन्दी बोलते हैं. अमेरिका में लगभग एक सौ पचास से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी का पठन-पाठन हो रहा है.
- हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 1975 से ‘विश्र्व हिंदी सम्मेलन’ का आयोजन शुरू किया गया.