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गर्मी में पारे की 'हाफ सेंचुरी' तो प्री-मानसून बारिश ने जमकर भिगोया

राजस्थान में इस बार गर्मी ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. हालांकि अब प्री-मानसून की बारिश का दौर शुरू होने के बाद अब लोगों को गर्मी से हल्की राहत मिलने लगी है. वहीं प्री-मानसून की बारिश ने भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जबकि बीते दिनों में गर्मी का कहर इतना था कि आमजन की दिनचर्या तक प्रभावित होने लगी थी. वहीं कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी. साथ ही पर्यटन उद्योग पर भी इस मौसम का खासा असर पड़ा. पर्यटकों की संख्या में कमी आई.

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Published : Jun 20, 2019, 5:23 PM IST

प्रदेश में इस बार मौसम ने तोड़े कई रिकॉर्ड

जयपुर. प्रदेश में इस बार गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाते हुए कई रिकॉर्ड तोड़े. जयपुर, गंगानगर, चूरू, कोटा सहित कई शहरों में तापमान ने अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए प्रदेश के कई शहर विश्व के टॉप 10 गर्म शहरों में भी शामिल हो गए थे. हालांकि अब प्री-मानसून की बारिश ने भी कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ दिए है. चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ जिले में बीते साल की तुलना में इस बार प्री-मानसून की बारिश ज्यादा हो चुकी है. ऐसे में मौसम विभाग की ओर से एक बार फिर प्रदेश में पूर्वानुमान के आधार पर चेतावनी भी जारी की है और तापमान में कमी आने की बात भी कही है.

प्रदेश में इस बार मौसम ने तोड़े कई रिकॉर्ड

गर्मियों में जयपुर शहर का तापमान कभी भी 45 डिग्री से ऊपर नहीं गया था, जो इस बार तापमान 46 से 47 डिग्री पर पहुंच गया था. वही श्रीगंगानगर और चूरू दो ऐसे शहर बन गए, जहां पर गर्मी का पारा 50 डिग्री को भी पार कर गया था. वहीं जैसलमेर में भी गर्मी के कुछ ऐसे ही हालात रहे. ऐसा एक बार नहीं हुआ, बल्कि जून के महीने में दो से तीन बार गर्मी ने अपना अर्धशतक जमाया और तापमान 50 डिग्री के पार पहुंच गया था. जिससे आमजन का जीवन भी अस्त-व्यस्त नजर आया.

गर्मी ने ले ली कई जानें

प्रदेशभर में इस बार गर्मी का कहर इतना था कि लोगों की दिनचर्या तक प्रभावित हो गई थी. वहीं कुछ लोगों की मौत भी हो गई थी. जयपुर शहर में दो मौतें तो प्रदेश भर में कुल 21 मौतें हो चुकी है. प्रदेश में इस बार गर्मी का कहर जरूरत से ज्यादा ही देखने को मिला था.

प्री-मानसून की बारिश के बाद तापमान में आई गिरावट

राजस्थान में बीते 5 दिनों से प्री-मानसून की हुई बारिश के बाद से ही तापमान में गिरावट देखने को मिली है. जहां प्रदेशभर के आधे से ज्यादा जिलों का तापमान 45 डिग्री के पार बना हुआ था तो वहीं प्री-मानसून की बारिश के बाद तापमान में 15 से 20 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है. जिससे लोगों का गर्मी से थोड़ी राहत मिली है.

पर्यटन और होटल इंडस्ट्री को हुआ खासा नुकसान

मई और जून माह में मौसम ने कई रिकॉर्ड तो तोड़े ही वहीं सरकार को भी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा. बात की जाए होटल और पर्यटन इंडस्ट्री की तो आपको बता दें कि मई की शुरुआत तक पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या 10,000 से अधिक थी, लेकिन जून के महीने में यह संख्या सिर्फ ढाई हजार तक रह गई थी. जिससे पर्यटन इंडस्ट्री को भी खासा नुकसान हुआ.

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