जयपुर. अखंड और सुखद दाम्पत्य की कामना का व्रत हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2022) भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है. इस तीज पर महिलाएं व्रत रखकर भगवान गणेश एवं शिव-पार्वती का पूजन-अर्चन कर अपने सुखद दाम्पत्य जीवन एवं परिवार की खुशियों के लिए मंगल कामना करती हैं. इस व्रत को निर्जला रहकर किया जाता है और रात में भगवान शिव और माता पार्वती के गीतों पर नृत्य किया जाता है.
हरतालिका तीज व्रत का महत्व- मान्यता है कि इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला और निराहार व्रत रखकर पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. हरतालिका तीज व्रत को सुहागिनों के अलावा कुंवारी कन्याएं रखती हैं. मान्यता है कि इस व्रत के पुण्य प्रभाव से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है. रिश्तों के लगाव का यह पारंपरिक पर्व जीवन को नए उमंग-उल्लास और प्रेम के रंग में रंग देता है.
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