जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. विधानसभा सत्र से पहले आरएलपी ने पेपर लीक मामले को लेकर आक्रामक रुख अपनाया है. हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को अपने आवास पर मीडिया से बात की. आरएलपी सुप्रीमो ने पेपर लीक मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मौजूदा सरकार का गठबंधन होने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि अब आरएलपी (RLP) 17 जनवरी को राजधानी जयपुर में दोनों ही प्रमुख दलों का घेराव करेगी.
पेपर लीक कोई नई बात नहीं: आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पेपर लीक कोई नई बात नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार में भी कई पेपर लीक हुए. पेपर लीक कराने में भी वसुंधरा और गहलोत का गठजोड़ नजर आ रहा है. पूर्ववर्ती सरकार में आरपीएससी चेयरमैन पर भी आरोप लगे थे. इस सरकार में भी आरोपों की जांच आरपीएससी के दफ्तर तक पहुंच रही है. बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों ही सरकारों ने बेरोजगारों के साथ विश्वासघात किया है. इसका नतीजा है कि आज लाखों युवा पेपर लीक का दंश को झेल रहे हैं.
RLP करेगी तीन बड़े प्रदर्शन: आरएलपी सुप्रीमो ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पेपर लीक मामले की जांच स्टेट गवर्नमेंट कराती है, जिसकी वजह से बड़े आकाओं को जेल नहीं होती. पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के गठबंधन से राज्य का भट्टा बैठा हुआ है. पेपर लीक से बेरोजगार हैरान परेशान हैं, बिजली संकट से किसान त्रस्त हैं और अवैध बजरी खनन से लोग पीड़ित हैं. इन तीनों मुद्दों को लेकर आरएलपी प्रदेश भर में तीन बड़े आंदोलन करेगी. बेनीवाल ने कहा कि 17 जनवरी को पेपर लीक के मुद्दे पर प्रदर्शन किया जाएगा. 19 जनवरी को अवैध बजरी माफियाओं के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन होगा और 20 जनवरी को बिजली को लेकर अजमेर डिस्कॉम का घेराव करेंगे.