दिल्ली/जयपुर. मंगलवार को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नई संसद में महिला आरक्षण बिल पेश किया. प्रधानमंत्री ने भी इस बिल को लेकर अपनी बात कही. इस बीच पक्ष और विपक्ष की तरफ से इस बिल पर अब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस बिल को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और ट्वीट किया. इस दौरान बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी महिला आरक्षण की पक्षधर है. हाल में लाए गए विधेयक में जो प्रावधान किए गए, उसे पढ़ने के बाद यह पता चला कि परिसीमन कार्य के पश्चात यह प्रभावी होगा. जिससे यह जाहिर हो रहा है कि सरकार 2024 के आम चुनाव में इस विधेयक को प्रभावी नहीं कर पाएगी.
बेनीवाल ने उठाए सवाल: महिला आरक्षण विधेयक को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार केवल आने वाले चुनावों में दिखावे के लिए और सेना में अग्निपथ, किसान आंदोलन, महंगाई और बेरोजगारी जैसे देश के मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह बिल लेकर आ रही है. आगामी महीनों में राजस्थान सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के आम चुनाव में महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक लागू होना चाहिए. साल 2014 में एनडीए की सरकार बनी और 2023 समाप्ति की ओर जा रहा है. ऐसे में 9 वर्षों से अधिक समय के कार्यकाल में मोदी सरकार को महिला आरक्षण से जुड़े बिल की याद सरकार को क्यों नही आई.