जयपुर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के जरिए छात्रों से संवाद किया. पीएम मोदी ने छात्रों से संवाद करते हुए छात्र छात्राओं से आत्मविश्वास के साथ कार्य करने की नसीहत दी . इस दौरान जयपुर के राजभवन से राज्यपाल के साथ कई विद्यार्थी इस कार्यक्रम से जुड़े. साथ ही शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला भी छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए.
कोरोना काल के लंबे अंतराल के बाद फिर शुरू हुए कार्यक्रम में पीएम मोदी ने छात्र छात्राओं से कहा कि यह मेरा बहुत प्रिय कार्यक्रम है, लेकिन कोरोना के कारण बीच में आप जैसे साथियों से मिल नहीं पाया. आज का कार्यक्रम विशेष खुशी वाला का है, क्योंकि एक लंबे अंतराल के बाद आप सबसे मिलने का मौका मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा, ''त्योहारों के बीच में एग्जाम भी होते हैं. इस वजह से त्योहारों का मजा नहीं ले पाते. लेकिन अगर एग्जाम को ही त्योहार बना दें, तो उसमें कईं रंग भर जाते हैं. पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा- 2022 कार्यक्रम के 5वें संस्करण में विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव से बचने के गुरु मंत्र बताए .
पीएम ने सुनाई फिल्म की कहानीःसुबह पढ़ाई करें या शाम को? खेलने से पहले पढ़ें या बाद में? खाली पेट पढ़ें या खा-पीकर? इन सवालों के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे एक फिल्म याद आती है जिसमें रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक व्यक्ति को बंगले में रहने का अवसर मिलता है. वहां उसे नींद नहीं आती तो वह रेलवे स्टेशन जाकर रेलगाड़ियों की आवाज़ रिकार्ड करता है और वापस आकर टेप रिकॉर्डर में सुनकर सोता है. आशय यह है कि हमें कंफर्टेबल होना जरूरी है. इसके लिए सेल्फ असेसमेंट करें और देखें कि आप कब और कैसे पढ़ाई के लिए कंफर्टेबल होते हैं.
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राज्यपाल ने भी विद्यार्थियों के साथ कार्यक्रम में भाग लियाःराज्यपाल कलराज मिश्र ने भी राजभवन में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ पीएम की 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रधानमंत्री से पूछे गए प्रश्नों के आलोक में अपने आपको तैयार रखने और परीक्षा में सफल होने की शुभकामनाएं दी. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता. राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में 'परीक्षा पे चर्चा' से पूर्व विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों से अनौपचारिक रूप से रू-बरू होते हुए अपने जीवन के संस्मरण भी साझा किए. उन्होंने विद्यार्थियों के साथ सहज संवाद करते हुए विद्यार्थियों को परीक्षा में सफल होने के लिए बहुत से सूत्र भी दिए.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को परीक्षा में किसी भी स्थिति से घबराना नहीं चाहिए. सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है. राजभवन से राजभवन राजकीय विद्यालय सहित विभिन्न विद्यालयों के 117 विद्यार्थी 'परीक्षा पे चर्चा' से जुड़े. इस कार्यक्रम में प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्दराम जायसवाल, शिक्षकगण और राजभवन के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे.
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टेंशन फ्री होकर पढ़ाई पर ध्यान दे छात्रः'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम से राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. गोयल, परियोजना निदेशक रश्मि शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज, विद्यालय प्रधानाचार्य अनु चौधरी, विद्यार्थी दर्पण के संस्थापक शरद शर्मा, सह संस्थापक प्रियंका सिंह सहित स्कूली छात्र-छात्राएं भी जुड़ी. शिक्षा मंत्री ने प्रदेश से संबंधित शिक्षा के अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की . इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने प्रदेश से संबंधित शिक्षा के अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि पीएम मोदी ने छात्रों से परीक्षा पे चर्चा के दौरान संवाद किया. इसके साथ पीएम मोदी ने पर्यावरण और नई शिक्षा नीति पर भी चर्चा की.
कल्ला ने कहा कि मेरा भी मानना है कि बच्चों को शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके पढ़ाई करनी चाहिए , जहां भी ज्ञान मिले वहां से ज्ञान लेना चाहिए. कल्ला ने कहा कि ध्यान केंद्रित करना, निद्रा पर काबू पाना, संतुलित आहार, घर गृहस्थी की बातों से अलग रहना इन सब बिंदुओं को ध्यान में रख कर बच्चों को अपने अध्ययन पर फोकस करना चाहिए. तभी बच्चा सफल हो सकता है. लेकिन वर्तमान में बच्चे जिस तरीके से वन वीक सीरीज से पढ़ाई करते हैं इससे उनके फंडामेंटल क्लियर नहीं होते हैं . रट्टामार पढ़ाई हो गई है . बच्चे टेंशन फ्री होकर पढ़ाई करें तब ही अच्छे नम्बर ला सकते हैं .