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राज्यपाल कलराज मिश्र ने 'जयपुर डायलॉग्स 2019' का किया शुभारंभ

राज्यपाल कलराज मिश्र ने तीन दिवसीय 'जयपुर डायलॉग्स 2019' का उद्घाटन किया. इस संगोष्ठी में देश-विदेश के दो दर्जन लेखक, साहित्यकार, विचारक कई विषयों पर तर्क शक्ति द्वारा राष्ट्रहित के लिए चिंतन और मंथन करेंगे.

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Published : Oct 19, 2019, 6:30 PM IST

जयपुर. राजधानी के होटल क्लार्क आमेर में 3 दिवसीय 'जयपुर डायलॉग्स-19' का आगाज हुआ, जिसका राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर देश-प्रदेश के कई विख्यात विचारक, लेखक और साहित्यकार मौजूद रहे. अलग-अलग विषय पर सभी पक्ष अपने-अपने तर्क रखें. वहीं उदघाटन सत्र राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी भी मौजूद रहे. सांस्कृतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, राजनीतिक और अन्य कई ज्वलंत और प्रासंगिक मुद्दों को लेकर संगोष्ठी में चर्चा हुई.

जयपुर डायलॉग्स 2019

इस तीन दिवसीय आयोजन में 'राष्ट्रीय नीति के सांस्कृतिक आधार, कश्मीर, आर्यन आक्रमण सिद्धांत और समान नागरिक संहिता-संभावना और व्यावहारिकता के विषय पर संबोधित करेंगे. जिसमें देश विदेश के जाने-माने विचारक सुधांशु त्रिवेदी, यूएसए से डॉ.डेविड फ्रोली, शेखर गुप्ता, शेफाली वैद्य, युसूफ उंझावाला सहित अन्य वक्ता अलग-अलग सत्रों में अलग विषयों पर चर्चा की.

इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने संबोधित में कहा, की सांस्कृतिक आधार पर राष्ट्रीय नीति का निर्माण हो सकता है. उन्होंने कहा कि भारत माता की जय बोलने का काम सबसे पहले चाणक्य ने किया था. भारत प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है. यहां समाज में समानता और सम्मान का भाव है. ऐसे में भारत ही वो देश है जो विश्व गुरु बन सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का सूत्र दिया है. एकात्मकता के भाव से ही मानव संवेदनशील बनता है. सभी वर्गों को साथ लेकर चलना ही एकात्मवाद है. समाज में कोई भेदभाव नहीं हो, सब अपने और सब में यह सोच ही एकात्मवाद है.

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उद्घाटन के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र ने राष्ट्रीय नीति के सांस्कृतिक आधार, संजय दीक्षित द्वारा रचित श्रीकृष्ण योगेश्वर पुस्तक की प्री. बुकिंग लॉन्चिंग भी की. उद्घाटन सत्र में समान नागरिक संहिता संभावना व व्यवहारिकता, धर्म के सांस्कृतिक आधार, न्यायिक प्रक्रियाओं के सांस्कृतिक आधार, शक्ति का भारतीय विचार वर्सेस पाश्चात्य नारीवाद विषय पर चिंतन और मंथन हुआ.

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