जयपुर. ग्रेटर निगम मेयर सौम्या गुर्जर के लिए मंगलवार को 'गो बैक' के नारे लगे. महापौर मालवीय नगर जोन में जनसुनवाई के लिए पहुंची थी. इस दौरान कांग्रेसी पार्षद करण शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं बीजेपी पार्षद महापौर के समर्थन में नारे लगाते दिखाई दिए. इससे काफी देर तक माहौल गरमाया रहा. कांग्रेसी पार्षद ने आरोप लगाया कि शहर में सफाई, सीवरेज, आवारा पशु और अवैध डेयरियों के मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जबकि इन मामलों को लेकर लगातार शिकायतें बढ़ रही हैं.
सौम्या गुर्जर मालवीय नगर जोन कार्यालय में जनसुनवाई के लिए पहुंची थी. जहां कांग्रेस पार्षद करण शर्मा और उनके समर्थकों ने महापौर गो बैक के नारे लगाए. करण शर्मा ने कहा कि जनसुनवाई केवल जनता के साथ छलावा है. ऐसी जनसुनवाई का कोई मतलब नहीं, जिसमें क्षेत्र की जनता में से कोई भी नहीं आता और केवल अधिकारी-कर्मचारियों की सुनवाई हो. इस दौरान कांग्रेस पार्षद और महापौर में तू-तू मैं-मैं भी हो गई.
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वहीं एक तरफ बीजेपी के पार्षद टेबल पर चढ़कर कांग्रेस सरकार के विरोध में नारे लगाने लगे. वहीं कांग्रेस पार्षद महापौर के खिलाफ नारे लगाते रहे. इस दौरान कांग्रेस पार्षद की पुलिस से हाथापाई की नौबत तक आ बन आई. हालांकि बाद में पुलिस और महापौर की समझाइश पर हालात कंट्रोल में आए. करण शर्मा ने बताया कि 5 मुद्दे हैं जिन पर सुनवाई नहीं हो रही. इसको लेकर उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन किया था. आम जनता सीवर लाइन की समस्या से जूझ रही है, साफ-सफाई की व्यवस्था ढीली है, लाइटों की व्यवस्था नहीं और आवारा पशुओं के आतंक से क्षेत्र को मुक्त कराया जाए.