जयपुर. एक और राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए निकल रही भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर की शाम को राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है. वहीं राजस्थान में इस यात्रा से ठीक 10 दिन पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर हमला (Gehlot scathing attack on Pilot) बोला है. गहलोत ने पायलट को गद्दार बताते हुए 25 सितंबर की घटना को न केवल क्लीनचिट दी है, बल्कि इस बात का भी एलान कर दिया है की सचिन पायलट को आलाकमान मुख्यमंत्री नहीं बना सकता.
पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बीच (Pilot meeting with Rahul and Priyanka) इस तरह की घटना को राजस्थान की राजनीति के लिए फिर एक बार बड़ी सियासी घटना माना जा रहा है. बल्कि इसे सीधे तौर पर गहलोत और पायलट के बीच राजनीतिक द्वंद नहीं बल्कि गहलोत की कांग्रेस आलाकमान को दोबारा आंख दिखाने के तौर पर देखा जा रहा है.
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पायलट ने तस्वीर के साथ पंच पोस्ट किया, गहलोत ने कहा गद्दारःराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को सीधे तौर पर 2 महीने में दूसरी बार कांग्रेस आलाकमान को आंख दिखाते दिखाई दे रहे हैं. एक और जहां सचिन पायलट जिस तरह से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ कदमताल करते दिखाई दे रहे थे. वह साफ तौर पर इस ओर इशारा कर रहा था कि गांधी परिवार पायलट को लेकर कोई निर्णय जल्दी ही कर सकता है. इसी बीच गहलोत ने अपने इंटरव्यू में जिस तरह से पायलट के लिए गद्दार और 10-10 करोड़ में विधायकों के भाजपा कार्यालय से उठाने की बात कही है. उससे साफ है कि उन्होंने पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए साफ तौर पर इनकार कर दिया है. साथ ही इंटरव्यू की टाइमिंग को लेकर भी कहा जा रहा है कि यह भी गहलोत ने सोच-समझकर किया है.
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क्या गहलोत को मिले संकेतः भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करने जा रही है. राजस्थान वह एकमात्र ऐसा राज्य होगा जहां कांग्रेस की सरकार है. जिस तरह से गहलोत ने गुजरात से आते ही पाली में सारी बातें कहीं उसे लगता है की गहलोत को गुजरात दौरे के समय कोई इशारा दिया गया. जिससे वह नाराज हो गए और वही नाराजगी उन्होंने जाहिर की है. वहीं कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी कभी भी विधायक दल की बैठक बुला सकती है. जिस तरह से स्पीकर सीपी जोशी न केवल राहुल गांधी की यात्रा से पहले उनसे मुलाकात करने पहुंचे, बल्कि अगले दिन वह राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में पैदल चलते भी दिखाई दिए.
उससे यह लगता है कि सीपी जोशी को भी राहुल गांधी ने कोई संदेश दिया है और कांग्रेस पार्टी आलाकमान जल्द ही दोबारा विधायक दल की बैठक के बारे में मानस बना रहा है. ऐसे में गहलोत ने अपने बयान से कहीं ना कहीं कांग्रेस आलाकमान को एक बार फिर सकते में डाल दिया है कि कहीं दोबारा विधायक दल की बैठक में आलाकमान को मात नहीं खानी पड़ जाए.