जयपुर.प्रदेश की गहलोत सरकार ने हर गरीब के मुंह तक निवाला पहुंचाने के लिए इंदिरा रसोई की शुरुआत की. लेकिन दूर दराज क्षेत्रों में इस योजना में खामियां भी सामने आने लगी हैं. जयपुर जिले की जोबनेर नगर पालिका क्षेत्र की दो इंदिरा रसोई योजना की जमीनी हकीकत (Flaw in Gehlot government Indira Rasoi) वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी के चेयरमैन राम सिंह राव के निरीक्षण के दौरान सामने आई. निरीक्षण के दौरान एक इंदिरा रसोई पर ताला लगा मिला तो दूसरी में खामियों का अंबार दिखा. राव ने संबंधित अधिकारियों से नाराजगी जताई और भविष्य में इस तरह की खामियों नहीं रखने की हिदायत दी.
राम सिंह राव जब नगर पालिका परिसर में संचालित हो रही इंदिरा रसोई का निरीक्षण के लिए पहुंचे तो वहां पर ताले लटके हुए मिले. कोई भी कर्मचारी इंदिरा रसोई पर मौजूद नहीं था. करीब आधे घंटे इंतजार करने के बाद एक कर्मचारी दो बाल्टी में सब्जी और कुछ रोटी लेकर पहुंचा . राम सिंह ने कर्मचारी से पूछा कि आप कहां से खाना लेकर आ रहे हो तो कर्मचारी ने कहा कि एक ही फार्म पर खाना बनता है वहां से लेकर आ रहा हूं . कहने के लिए तो जोबनेर नगर पालिका में दो इंदिरा रसोई संचालित की जा रही है , लेकिन इन इंदिरा रसोई की हकीकत यह है कि एक ही रसोई पर खाना बनाया जा रहा है. जबकि दूसरी रसोई पर लोगों को ठंडा खाना खिलाया जा रहा है.