जयपुर. राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में आए 1 लाख रुपए का इनामी बदमाश रितिक बॉक्सर छोटी उम्र से ही अपराध जगत में दाखिल हो गया था. मूलत राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले रितिक बॉक्सर पर 20 साल की उम्र में ही 8 संगीन मामले दर्ज हो गए. जिस उम्र में युवा अपना करियर सवारने की जुगत करते हैं, रितिक बॉक्सर ने उम्र के उस पड़ाव पर जरायम की दुनिया का रुख कर लिया. रितिक बॉक्सर को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मैम्बर माना जाता है. बताया जाता है कि लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल विश्नोई ने ही इस गैंग में उसे दाखिल करवाया था. अनमोल विश्नोई और रितिक बॉक्सर एक दूसरे के नजदीकी दोस्त हैं या फिर कहा जाए तो रितिक अनमोल का दायां हाथ है.
2019 में दर्ज हुआ था पहला मामला: राजस्थान पुलिस की फेहरिस्त में मोस्ट वांटेड अपराधियों में से एक रितिक बॉक्सर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात बदमाश है. रितिक के खिलाफ अपराध जगत की फाइल में पहला मामला साल 2019 में दर्ज हुआ था. जिसके बाद से वह लगातार लॉरेंस गैंग के संपर्क में था और एक के बाद एक अपराधों को अंजाम देने में जुट गया. हाल ही में रितिक का नाम तब सुर्खियों में आया था, जब जयपुर के जवाहर सर्किल थाना इलाके के एक क्लब मालिक से फायरिंग कर 1 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई थी.
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इस मामले में रितिक ने सोशल मीडिया पोस्ट डालकर फायरिंग का क्रेडिट लिया था. हालांकि जयपुर पुलिस ने इस आईडी के रितिक के होने की पुष्टि नहीं की थी. जयपुर पुलिस ने इस वारदात के बाद से ही सरगर्मियों से रितिक की तलाश शुरू कर दी थी. माना जा रहा था कि बॉक्सर ने खुद को जयपुर के अपराध जगत में साबित करने के लिए इस फायरिंग को अंजाम दिया था. हालांकि फायरिंग के अगले दिन ही आगरा से कुछ बदमाशों को दस्तयाब किया गया था.